शुक्रवार, 20 नवंबर 2020

विंडोज 7 में हिंदी यूनिकोड सक्रिय कैसे करें


सबसे पहले टास्कबार में Start बटन पर क्लिक करें.

फिर Control Panel पर क्लिक करें.


इसके पश्चात Region & Languages पर क्लिक करें.

Location पर जाएं.



Location में India करें.

इसके बाद Keyboards and Languages पर जाकर Change keyboards पर क्लिक करें.

Add बटन पर क्लिक करें.


खुले मीनू में Hindi पर क्लिक करें.



इसके बाद Add Input Language में Devnagri Inscript और Hindi Traditional को जोड़कर OK पर क्लिक करें.



इसके बाद 
Apply पर क्लिक कर दें.




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रविवार, 4 अक्तूबर 2020

एमएस वर्ड में ब्रोशर कैसे बनाएं 

वर्ड में ब्रोशर बनाने के लिए, किसी एक टेम्पलेट को खोलें और अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप इसे डिजाइन करें या, एक ब्लैंक डॉक्यूमेंट खोलें और पेज लेआउट विकल्पों का उपयोग करके कॉलम और डिज़ाइन करें। यहां दोनों तरीकों का उपयोग करके वर्ड पर ब्रोशर बनाने का तरीका बताया गया है।  

एमएस वर्ड के अन्य टिप्स एंड ट्रिक्स के लिए एमएस वर्ड पेज पर जाएं।

कुछ ब्रोशर तीन फोल्ड वाले होते हैं, तो कुछ दो फोल्ड वाले, लेकिन सभी ब्रोशर परिभाषित पेज और सेक्शन वाले शीट से जुड़े होते हैं। 

टेम्पलेट से ब्रोशर कैसे बनाएं 
How to Create a Brochure from a Template




कस्टमाइज़ करने के बाद ब्रोशर के परिवर्तन को सहेज लें। 

लीजिए ! आपका टैम्प्लेट के जारिए ब्रोशर तैयार।

स्क्रेच से ब्रोशर कैसे बनाएं 
How to Make a Brochure From Scratch







वीडियो 




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शनिवार, 3 अक्तूबर 2020

ईऑफिस में हिंदी एवं भारतीय भाषाओं के नये प्रावधान

ईऑफिस में हिंदी एवं भारतीय भाषाओं में काम करने के लिए नये प्रावधान किए गए हैं। अब ईऑफिस में पहले की अपेक्षा हिंदी में काम करना काफी आसान हो गया है। अब आपके कंप्यूटर में यदि हिंदी यूनिकोड सक्रिय नहीं है तो भी आप ईऑफिस में हिंदी में तथा अन्य भारतीय भाषाओं में नोटिंग टाइप कर सकते हैं। 

मैंने सिर्फ नोटिंग के लिए क्यूं कहा?

वह इसलिए, क्योंकि ईऑफिस में हम सिर्फ नोटिंग ही टाइप करते हैंं। पत्र आदि लगाने के लिए पीडीएफ फाइल ही लगाई जाती है, जो कंप्यूटर में कहीं भी आप टाइप करके उसकी पीडीएफ बनाते हैं।

ईऑफिस में हिंदी एवं भारतीय भाषाओं में काम करने के लिए क्या-क्या नये प्रावधान किए गए हैं?

इसके बारे में इस वीडियों में सरल तरीके से हिंदी में बताया गया है।



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शनिवार, 26 सितंबर 2020

एमएस वर्ड के लिए कुछ टिप्स और ट्रिक्स


1.   पेज की फार्मेटिंग, फांट आदि की जांच करने के लिए ऑटोमैटिक रूप  से रैंडम टैक्स्ट बनाने के लिए =rand(5,5) टाइप करके एंटर दबाएं। आप पाएंगे कि 05 लाइन के 05 पैराग्राफ अपने    आप अंग्रेजी में टाइप हो गए।

2.  पैराग्राफ में कहीं भी तीन लगातार क्लिक करने पर पूरा पैराग्राफ  सेलेक्ट हो जाता है।

3.    Ctrl दबाए रखकर माउस के एक  क्लिक पर पूरा वाक्य  सेलेक्ट हो जाता है।
4.   Ctrl कुंजी को दबाए रखते हुए बैकस्पेस को दबाने से पूर्ववर्ती शब्द डिलीट हो जाता है।

5.    H2O  (सबस्क्रिप्ट) टाइप करने के लिए  Ctrl के साथ  =  दबाएं  तथा   O2  (सुपरस्क्रिप्ट)  टाइप करने के लिए Ctrl और Shift के साथ  +   दबाएं। 

6.    फांट  का आकार बढ़ाने के लिए Ctrl + Shift +> एक साथ दबाएं तथा फांट का आकार घटाने के लिए Ctrl + Shift + <  एक साथ दबाएं ।

7.    क्षैतिज रेखा (हॉरिजेंटल लाइन) टाइप करने के लिए 3 हाइफ़न (-) टाइप  करें और फिर Enter दबाएँ।

8.    Shift + F5 दबाने  पर   कर्सर उस स्थान पर पहुंच जाता है जहां आपने पिछली बार उस दस्तावेज़ को  सेव किया था।

9.   वर्ड डॉक्यूमेंट में बिना टेबल मीनू पर गए, टेबल बनाने का आसान तरीका है।  एक प्लस चिह्न (+) फिर टैब कुंजी दबाएं; फिर से एक प्लस (+) फिर टैब कुंजी   दबाएं; जितने कॉलम बनाने  हो,  उतनी बार यह प्रक्रिया दोहराएं। उसके बाद  Enter दबाएं।  टेबल आपके सामने। 

10.   पेज ब्रेक  करने के लिए Ctrl  और Enter एक साथ दबाएं।

11.    किसी वेबसाइट से सामग्री कॉपी करके वर्ड डॉक्यूमेंट में पेस्ट करने पर वेब सामग्री में बने हाइपरलिंक भी वर्ड में पेस्ट करते समय यथावत् बने रहते हैं। इन्हें हटाने के लिए Ctrl + A दबाकर पूरे पेज को सेलेक्ट कर लें, फिर Ctrl + Shift + F9 एकसाथ दबा दें। इससे पूरे पेज में जहां-जहां हाइपरलिंक होगा, वह हट जाएगा।

एमएस वर्ड के अन्य टिप्स एंड ट्रिक्स के लिए एमएस वर्ड पेज पर जाएं।

माइक्रोसॉफ्ट वर्ड के ये टिप्स आपके कार्य  को आसान और गतिशील बना देंगे।

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रविवार, 20 सितंबर 2020

जूस जैकिंग (डाटा चुराने का नया तरीका) Juice Jacking

जूस जैकिंग है क्या? क्या जूस निकालने का कोई तरीका है? यह है क्या बला? नाम भी अनजाना है।

यह तो हुई, बतंगड़। जूस जैकिंग वह बला है, जो आपके मोबाइल का डाटा बिना आपकी जानकारी के चुरा लेता है।

माना कि आपके पास सबसे महंगा और सबसे अच्छा स्मार्ट मोबाइल फोन है। तो क्या यह आपका महंगा मोबाइल पावर कनेक्टिविटी और केबल से डाटा चोरी होने से बचा सकता है। 

आप पूछ सकते हैं कि क्या पावर कनेक्टिविटी और केबल से भी डाटा चोरी हो सकता है?

तो मेरा उत्तर होगा, बिलकुल।

चलिए, आज हम इसी विषय पर चर्चा करते हैं कि पावर कनेक्टिविटी और केबल के जरिए आपके मोबाइल का डाटा कैसे चोरी हो सकता है। 

https://youtu.be/lw6GsXF1Nlc क्या कभी आपने अपने मोबाइल का डाटा केबल अपने कंप्यूटर में लगाकर देखा है? 

डाटा केबल लगाने के बाद आप क्या देखते हैं?

क्या कंप्यूटर के फाइल एक्सप्लोरर में आपके मोबाइल का नाम दिख रहा है?  

जी हां, डाटा केबल लगाने के बाद कंप्यूटर के फाइल एक्सप्लोरर में आपके मोबाइल का नाम दिखने लगता है।


तो चलिए, अब हम मूल विषय पर आते हैं कि पावर कनेक्टिविटी और केबल से डाटा चोरी हो सकता है। कैसे?

आपने शॉपिंग काम्प्लैक्स, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, हवाई अड्डे आदि सार्वजनिक स्थानों पर मौबाइल फोन चार्ज करने के लिए यूएसबी चार्जिंग पॉइंट्स तो जरूर देखा होगा और यह भी देखा होगा कि लोग बिना किसी संकोच के या बिना अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए उस यूएसबी चार्जिंग पॉइंट में अपना डाटा केबल लगा कर मोबाइल चार्ज करने लगते हैं। कहीं-कही तो उस चार्जिंग पॉइंट में केबल लगे होने की सुविधा भी मिलती है, बस आपको उसे अपने मोबाइल के चार्जिंग स्लॉट में लगाकर चार्ज करना होता है।

आपको यह भी मालूम होगा कि इसी चार्जिग केबल के जरिए ही डाटा स्थानांतरण की सुविधा भी है। जब आपको यह सब मालूम है तो सोचिए, हैकर्स तो आपसे कहीं ज्यादा जानते ही होंगे।  

हैकर्स इसी चार्जिंग पॉइंट्स के जरिए आपके मोबाइल का डाटा चोरी कर सकते हैं। इस चोरी को जूस जैकिंग (Juice Jacking) कहा जाता है। 

यह एक प्रकार का साइबर हमला (Cyber Attack) है, जो कि सार्वजनिक स्थानों पर लगे यूएसबी चार्जिंग पॉइंट्स में जैसे ही आपका मोबाइल प्लग-इन होता है तो यह हैकर्स द्वारा बनाए मैलवेयर को स्थापित करता है। इससे बिना आपकी जानकारी के चुपके से यह किसी अन्य स्मार्टफोन, टैबलेट या किसी अन्य कंप्यूटर डिवाइस से आपके संवेदनशील डाटा की प्रतिलिपि (Copy) बनाता है। इसमें आपके मोबाइल में उपलब्ध वित्तीय डाटा की प्रतिलिपि (Copy) बनाना भी शामिल है। आप समझ सकते हैं कि यह आपके लिए कितना जोखिम भरा है।

आपका प्रश्न होगा कि जूस जैकिंग काम कैसे करता है?

आपको मालूम है ही कि यूएसबी पोर्ट का उपयोग अक्सर डाटा स्थानांतरण के लिए एक माध्यम के रूप में किया जाता है। एक नियमित यूएसबी कनेक्टर में पांच पिन होते हैं, जहां डिवाइस को चार्ज करने के लिए केवल एक की आवश्यकता होती है, वहीं दो अन्य पिन डाटा स्थानांतरण के लिए उपयोग किए जाते हैं।

सभी एन्ड्राएड या स्मार्ट फोन में हम यूएसबी पोर्ट के माध्यम से अपने उपकरणों को चार्ज करते हैं, यह उपकरणों के बीच फ़ाइल स्थानांतरण करने के विकल्प के लिए हो सकता है। हैकर्स अक्सर ऑफ-द-शेल्फ हार्डवेयर का उपयोग करते हैं जो सार्वजनिक स्थलों पर लगे चार्जिंग बोर्डों के चार्जिंग पोर्ट पर लगा देते हैं। आप सोचते हैं कि हम अपना मोबाइल चार्ज कर रहे हैं, जबकि होता यह है कि आपने हैकर्स के यूएसबी पोर्ट में अपना केबल लगाया होता है। यह चार्ज करने के साथ ही आपके मोबाइल की सुरक्षा को भेदते हुए आपके संवेदनशील डाटा तक पहुंच बना लेते हैं। इससे आपकी जानकारी में आए बिना ही आपका डाटा स्थानांतरण हो रहा होता है। इस संबंध में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने भी दिसंबर 2019 में अपने ग्राहकों को इस घातक मोबाइल मैलवेयर के बारे में चेतावनी जारी की। 

जूस जैकिंग सामान्यतः दो नुकसान कर सकते हैं:- पहला, आपका संवेदनशील डाटा चोरी हो जाता है। दूसरा- अपके मोबाइल में एक मैलवेयर (Malware) स्वचालित रूप से इंस्टॉल हो जाता है। यह मैलवेयर आपके मोबाइल में तब तक बना रहता है जब तक आपके द्वारा इसका पता नहीं लगाया जाता और इसे हटा नहीं दिया जाता। साइबर अपराधी जूस जैकिंग के माध्यम कई तरह के मैलवेयर इंस्टाल कर सकते हैं, जिसमें एडवेयर, क्रिप्टोमिनर्स, रैंसमवेयर, स्पायवेयर या ट्रोजन शामिल हैं।

अब आपका सवाल होगा कि क्या हम जूस जैकिंग से अपने डाटा को बचा सकते हैं?

जी हां बिल्कुल! 

परन्तु आपको किसी भी सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन में अपने मोबाइल को प्लग करने से पहले कुछ सावधानियां बरतनी होगीः- 

प्लग करने से पूर्व अपना मोबाइल लॉक करें

प्लग करने से पूर्व पिन या पासकोड से अपना मोबाइल लॉक कर दें। जब आपका फोन लॉक होता है, तो पहुंच बनाना कठिन हो जाता है, और बिना न या पासकोड से अनलॉक किए डाटा तक पहुंच बनाना कठिन हो जाता है। यदि आपने अपने मोबाइल को फेस आईडी या फिंगर प्रिंट आईडी से मोबाइल लॉक बनाया हुआ है तो चार्ज करते समय एक सेकंड के लिए भी अपने फेस आईडी/फिंगर प्रिंट आईडी का उपयोग न करें, क्योंकि पेयरिंग एक सेकंड के भीतर हो सकती है। इसलिए आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि फोन वास्तव में लॉक है और चार्जिंग स्टेशन में रहने के दौरान इसे अनलॉक न करें।

विशेष प्रकार के केबल का उपयोग करें

आप विशेष प्रकार के केबल खरीद सकते हैं जिसमें पिन 3 और 2 के लिए पिनआउट कनेक्शन नहीं है। इसलिए कनेक्शन में डाटा स्थानांतरण करना असंभव है। कुछ कंपनियां iPhone, Samsung, HTC, Google, आदि के लिए इस तरह के केबल बनाती हैं। ये केबल केवल चार्ज करने के लिए होती हैं और डाटा को कहीं भी स्थानांतरित करने से रोकती हैं।

एसी चार्जिंग एडाप्टर का उपयोग करें

यदि आपको अपने मोबाइल को चार्ज करने की आवश्यकता पड़ ही जाए तो आप बिजली के आउटलेट में प्लग करने के लिए अपने स्वयं के एसी चार्जिंग एडाप्टर और अपने स्वयं के केबल का उपयोग करें।

पावर बैंक साथ में रखें

कहीं जाने से पूर्व अपने मोबाइल को पूरी तरह से चार्ज रखें तथा यदि आपको मालूम हो कि जितनी देर आप बाहर रहेंगे, इससे आपके मोबाइल की बैटरी समाप्त हो सकती है तो अपने साथ पावर बैक जरूर रखें। 

यूएसबी डाटा ब्लॉकर डोंगल का उपयोग करें

यह एक ऐसा उपकरण है जो कनेक्शन के माध्यम से डाटा स्थानांतरण को ब्लॉक करने के लिए आपके सामान्य डाटा चार्जिंग केबल और यूएसबी पोर्ट के बीच लगाया जाता है। यूएसबी डाटा ब्लॉकर पावर स्थानांतरण की अनुमति तो देता है परन्तु डाटा स्थानांतरण पिन को कनेक्ट नहीं करता। 

ऐसे किसी भी हमले से बचने का सबसे अच्छा बचाव जागरूकता है। जिस तरह कोरोना से बचने का सबसे अच्छा बचाव सार्वजनिक स्थलों पर सबसे दूरी बनाकर रहना है, उसी तरह जूस जैकिंग से बचने का सबसे अच्छा बचाव सार्वजनिक स्थलों पर लगे चार्जिंग पॉइंट्स से दूरी बनाकर रहना है। आशा है कि इस जानकारी से आपको अपने महत्वपूर्ण डाटा को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी। इन सरल युक्तियों का पालन करें, और अपने मोबाइल को अनजाने चार्जिंग स्टेशनों में प्लग करने से बचें। उसी तरह से अनजान संदेश के माध्यम से आए संलग्नक (Attachment) को खोलने से बचें।

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शनिवार, 5 सितंबर 2020

माइक्रोसॉफ्ट फॉर्म पर हिंदी प्रश्नावली (2)

 राजभाषा समारोह-2020 के अवसर आयोजित किए जाने के लिए ऑनलाइन हिंदी प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता की प्रश्नावली-2 आपके अवलोकनार्थ सादर प्रस्तुत है- https://forms.office.com/Pages/ResponsePage.aspx?id=DQSIkWdsW0yxEjajBLZtrQAAAAAAAAAAAAO__e2xZjhUNlZLQ0QwVEQ5WEVTVDAzTE05VEMxNUVVWS4u

माइक्रोसॉफ्ट फार्म पर हिंदी प्रश्नावली (1)

 माइक्रोसॉफ्ट फार्म पर एक प्रश्नावली बनाई है। इसमें शुरू के क्रम सं. 1 से 5 तक प्रतियोगी का विवरण है जिसे लॉक किया गया है, माने इसका क्रम कभी भी Shuffle नहीं होगा। शेष क्रम सं. 6 से 30 तक प्रश्न विभिन्न प्रतियोगियों में Shuffle होने से अलग-अलग दिखाई देंगे और उत्तर क्रम भी बदलता रहेगा। इनमें राजभाषा विषयक प्रश्न, कार्यालयी शब्दावली, चित्र एवं वीडियो आधारित प्रश्नों को शामिल किया गया है। अभी इसमें तिथि एवं समय निर्धारित नहीं किया गया है, इसलिए आज ओर अभी से यह प्रश्नावली सक्रिय है। कृपया लिंक पर जाकर इसका अवलोकन जरूर करें और अपनी राय से अवगत कराएं कि इसे और अधिक प्रभावी कैसे बनाया जाए। https://forms.office.com/Pages/ResponsePage.aspx?id=DQSIkWdsW0yxEjajBLZtrQAAAAAAAAAAAAO__e2xZjhUQ1c0V1c2VDFORkRWMkY4OUlQSzZYM05KMS4u

गुरुवार, 20 अगस्त 2020

बोलकर टाइप करें Voice Typing

वह समय गया, जब हमें टाइपिंग स्कूल में जाकर हिंदी या अंग्रेजी टाइप मशीन पर टाइपिंग सीखनी पड़ती थी और ऑफिस में टाइप मशीन पर खट-खट करते हुए सुबह से शाम तक टाइप करना पड़ता था। अब तकनीक के बढ़ते हुए प्रभाव ने कई चीजों को प्रभावित कर दिया है। इसी में टाइपिंग कार्य भी शामिल है। कंप्यूटीकरण ने जहां हमें टाइपमशीन से निजात दिलाई, वहीं आधुनिक तकनीक ने हाथ से टाइपिंग से निजात दिला दिया है। अब हम बोलकर भी टाइप कर सकते हैं। इसके बारे में कुछ वर्ष पहले तक सोचा भी नहीं जा सकता था।


गूगल ने हमें बोलकर हिंदी टाइप करने की सुविधा प्रदान कर दी है। अब हमें उपर्युक्त टाइपिंग की-बोर्ड के माध्यम से टाइप करने की आवश्यकता नहीं है। सिर्फ बोलिए और टाइप सामग्री आपके सामने हाजिर। परन्तु यह सुविधा ऑनलाइन उपलब्ध है। इसके लिए डेस्कटॉप या लैपटॉप, माइक्रोफोन, जीमेल अकाउंट होना चाहिए। जीमेल में लॉग-इन करने के बाद लॉग-इन आइकन के पास उपलब्ध नौ डॉट पर क्लिक करें। यह सुविधा गूगल क्रोम ब्राउजर पर ही उपलब्ध है।

उसके बाद Docs पर क्लिक करें।

इसमें आपको कुछ टैम्प्लेट मिलेंगे। 
आप चाहें तो उन टैम्प्लेट का उपयोग कर सकते हैं, नहीं तो + चिह्न वाले ब्लैंक शीट पर क्लिक करें।


इसके बाद Tools मीनू में जाकर Voice typing पर क्लिक करना है।


जैसे  ही Voice typing पर क्लिक करेंगे बायीं ओर माइक्रोफोन का आइकन बन जाएगा और उसमें ऊपर English (US) लिखा होगा। उस पर क्लिक करने से भाषा संबंधी एक मीनू खुलेगा। उसमें हिंदी का चयन कर लीजिए। इसके बाद हिंदी में बोलकर टाइप किया जा सकता है।


इसके अलावा गूगल क्रोम ब्राउजर पर उपलब्ध इन साइट पर भी बिना जीमेल अकाउंट से साइन इन किए हिंदी में बोल कर टाइप किया जा सकता हैः-








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शुक्रवार, 17 जुलाई 2020

टेक्स्ट टू स्पीच से लिखित सामग्री सुनें

टेक्स्ट टू स्पीच का मतलब है कि डाक्यूमेंट में या वेबपेज में जो भी सामग्री लिखी हुई है उसे पढ़कर सुनाना। अंग्रेजी में तो यह टेक्स्ट टू स्पीच पहले ही आ गया था, अब हिंदी के लिए भी यह सुविधा उपलब्ध हो गई है। महिला और पुरूष दोनों की आवाज में अब हिंदी में टेक्स्ट टू स्पीच की सुविधा हो गई है। इससे हम कहानियां, उपन्यास या वेब पर हिंदी में दी हुई कोई भी लिखित सामग्री आसानी से सुन सकते हैं। यह सुविधा विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपलब्ध कराई गई है, जो दैवयोग से देख नहीं सकते या कम देख पाते हैं, तो वे इस सुविधा के जरिए लिखित सामग्री को सुन सकते हैं। 

विंडोज 10 

विंडोज 10 में टेक्स्ट से स्पीच की सुविधा उपलब्ध है। हिंदी में Text to Speech के लिए कंप्यूटर हिंदी यूनिकोड सक्रिय होना चाहिए और Speech में हिंदी जुड़ी होनी चाहिए। इसे इस प्रकार जोड़ सकते हैं। 

Start > Setting > Time and Language > Speech > Manage Voice > Add Voice > Hindi 

हिंदी आवाज जुड़ने के बाद- 

Start > Setting > Ease of Access > Narrator > Personalize Narrator’s Voice > Microsoft Kalpana – Hindi (India) Or Microsoft Hemant – Hindi (India) 

यह सेट करने के बाद जिस टेक्स्ट को स्पीच में बदलना है उसे चयनित कर लें और की-बोर्ड के Ctrl +Windows key + Enter को एकसाथ दबाएं। चयनित टेक्स्ट आवाज में परिवर्तित होने लगेगा। यह एक-एक पंक्ति का होगा, जैसे ही एक पंक्ति समाप्त हो जाए Enter दबाकर दूसरी पंक्ति में चले जाएं। इसप्रकार अंतिम पंक्ति तक करते जाएं। 

प्रवाचक-राजभाषा (टेक्सट से स्पीच) प्रवाचक- 


राजभाषा प्रवाचक हिंदी टेक्स्ट से हिंदी स्पीच में परिवर्तित करता है। इसके लिए सबसे पहले आपको प्रवाचक-राजभाषा की साइट https://pravachak-rajbhasha.rb-aai.in/ पर जाकर उपयोक्ता फार्म भरकर पंजीकरण कराना होता है। इसके बाद प्रवाचक आपके मेल पर एक कोड भेजता है, जिसके द्वारा पुनः लाग-इन होकर इसे डाउनलोड करना होता है। डाउनलोड होने के बाद सेटअप रन कराने के बाद प्रवाचक-राजभाषा आपके कंप्यूटर में सेट हो जाएगा। अब आप वेब नैरेटर, ई-मेल रीडर या ई-रीडर के माध्यम से टेक्स्ट से स्पीच का लाभ उठा सकते हैं। 

भारतीय भाषा प्रौद्योगिकी प्रसरण एवं विस्तारण केन्द्र (Indian Language Technology Proliferation and Deployment Centre) (TDIL)



TDIL द्वारा टेक्स्ट टू स्पीच विकसित किया है। यह क्रोम ब्राउज़र प्लग-इन ब्राउज़र को स्पीच की शक्ति प्रदान करता है। नेट सर्फिंग के दौरान उपयोगकर्ता ब्राउज़र पर कुछ पाठ का चयन करता है और एक विशेष कमांड दबाता है। सिस्टम तब चयनित पाठ बोलना शुरू करता है। यह वेब पर सर्फिंग और ईमेल को पढ़ना आसान बनाता है। यह विशेष रूप से डिस्लेक्सिया वाले व्यक्तियों और उन लोगों की मदद करता है जो भाषा को समझते हैं लेकिन स्क्रिप्ट नहीं पढ़ सकते हैं या उस भाषा की स्क्रिप्ट के साथ सुविधाजनक नहीं हैं। इस प्लग-इन ब्राउजर को इस लिकं पर जाकर प्लग-इन किया जा सकता है। 

ऑनलाइन टेक्स्ट टू स्पीच 




यह टेक्स्ट-टू-स्पीच सेवा टेक्स्ट को प्राकृतिक रूप से आवाज़ देने वाली आवाज़ों में परिवर्तित करती है। इसके माध्यम से अंग्रेजी, चीनी, डच, फ्रेंच, जर्मन, हिंदी, इंडोनेशियाई, इतालवी, जापानी, कोरियाई, पोलिश, पुर्तगाली, रूसी और स्पेनिश भाषा में टेक्स्ट टू स्पीच किया जा सकता है। यह निःशुल्क सेवा है। आवाज़ को धीमा या तेज़ करने के लिए स्पीच रेट चुनें। जितनी बार चाहें उतनी बार ऑडियो रिप्ले करें। यह क्रोम ब्राउजर पर काम करता है। 



टेक्स्ट टू स्पीच की इस ऑनलाइन सेवा के माध्यम से आप 1000 कैरेक्टर्स तक की हिंदी सामग्री को स्पीच में बदल सकते हैं। सबसे पहले आपको भाषा (Language) का चयन करना होता है। इसमें इंग्लिश, इंग्लिश (यूएस), हिंदी, तमिल, फ्रेंच, जापानीज, जर्मन भाषाएं दी हुई है। इसके स्पीड में सामान्य (Normal) या धीमा (Slow) का चयन करने के बाद Convert बटन पर क्लिक करना होता है। फाइल कंवर्ट होने के बाद आपको यह MP3 फाइल के रूप में मिलती है जिसे डाउनलोड किया जाता है।

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रविवार, 17 मई 2020

वर्चुअल मीटिंग के लिए बेहतर प्लेटफार्म

लॉकडाउन की वजह से हमारी कार्यसंस्कृति में बहुत बड़ा बदलाव आया है। हम घर से ही कार्यालय के काम निपटा रहे हैं। घर से ही सहकर्मियों में फाइलों का आदान-प्रदान कर रहे हैं। घर से ही मीटिंगों में भाग ले रहे हैं। यह सब संभव हुआ, आज की तकनीक के कारण।
आज की तकनीक ने हमें वह सारी सुविधाएं प्रदान कर दी हैं, जिसके बारे में हम कल्पना नहीं करते थे। आज लॉकडाउन में आपको कोई व्यावसायिक बैठक करनी हो या, किसी शैक्षिक या प्रशिक्षण सत्र की मेजबानी करनी हो या अपने ग्राहकों से जुड़ना हो, तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग समाधान की मांग हर जगह हैं। आज हम घर बैठे मीटिंग, वेबगोष्ठियों में प्रयुक्त होने वाली तकनीक के बारे में चर्चा करते हैं। वेबगोष्ठी, जिसे वेबिनार भी कहा जा सकता है। घर बैठे दूरदराज लोगों से वेबगोष्ठी या मींटिंग करने के लिए  सबसे अधिक लोकप्रिय प्लेटफार्म में से कौन सा प्लेटफार्म आपके संगठन के लिए बेहतर है। चलिए, इस पर आज हम इनके फीचर, सुविधाओं, मूल्य, गुण-दोष आदि के आधार पर तय करते हैं कि इनमें से कौन सा प्लेटफार्म आपके संगठन के लिए बेहतर है।

आज सबसे लोकप्रिय तीन प्लेटफार्म जूम, माइक्रोसॉफ्ट टीम्स और वेबेक्स की समीक्षा करते हैं।


ज़ूम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग या ज़ूम वीडियो संचार का उपयोग 2011 से व्यवसायों और शैक्षणिक संस्थानों द्वारा किया जा रहा है। ज़ूम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ-साथ, यह प्लेटफ़ॉर्म डेस्कटॉप, मोबाइल उपकरणों और मीटिंग रूम के माध्यम से ज़ूम चैट, मीटिंग, वीडियो वेबिनार आदि के लिए भी लोकप्रिय है। हालांकि, लॉकडाउन के बाद से इसकी लोकप्रियता में काफी वृद्धि हुई।


माइक्रोसॉफ्ट टीम्स एक वीडियो और चैट-आधारित सहयोग उपकरण है। आपकी टीम्स और बाहरी पार्टी एक समान ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से सहयोग कर सकते हैं और एक साथ काम भी कर सकते हैं। टीम्स के सॉफ़्टवेयर एवं एप्लिकेशन आपस में दस्तावेज़ सहयोग करने, चैट करने और Office 365 में एक साथ काम करने में मदद करते हैं। आप इसके बिजेनस एवं एंटरप्राइज़ प्लान के साथ Office 365 का निःशुल्क उपयोग करना शुरू कर सकते हैं।


लॉकडाउन के समय सिस्को वेबेक्स मीटिंग में कई चाजे जोड़ी गई हैं, इसके बारे में आगे चर्चा करेंगे। फिलहाल वेबेक्स पूरी तरह से क्लाउड-आधारित कंटेंट और वीडियो शेयरिंग क्लाउड सोल्यूशन प्रदान करता है। वेब मीटिंग और सहयोग के लिए वेबेक्स मीटिंग बहुत अच्छा प्लेटफार्म।

विभिन्न कसौटियों पर इन तीनों की तुलना इस वी़डियों में की गई हैः-





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शुक्रवार, 15 मई 2020

Windows10 में Remington Keyboard की सुविधा

ईऑफिस लांच होने के बाद सरकारी कार्यालयों में हिंदी में काम करने के लिए हिंदी यूनिकोड की आवश्यकता महसूस होने लगी है। पहले लोग प्रायः गैर यूनिकोड फांट का प्रयोग करते थे और रेमिंग्टन की-बोर्ड का इस्तेमाल करते थे। अब हिंदी यूनिकोड पर काम करने के लिए क्या रेमिंग्टन की-बोर्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है और यह कैसे मिलेगा। इन सब का उत्तर पाने के लिए यह वीडियों आपके लिए लाभप्रद रहेगा। इसे जरूर देखें।


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Windows10 में हिंदी यूनिकोड कैसे सक्रिय करें और हिंदी फोनेटिक टूल कैसे पाएं

Windows10 हिंदी यूनिकोड कैसे सक्रिय करें और हिंदी में काम करने के लिए हिंदी फोनेटिक टूल कैसे पाएं? क्या इसे अलग से लेना होगा या इसमें इनबिल्ट है। इसे जानने के लिए इस वीडियों को जरूर देखें। मेरा दावा है कि इसे देखने के बाद आप स्वयं अपने Windows10 में हिंदी में काम करना शुरू कर देंगे।

How to Activate Hindi Unicode and Get Hindi Phonetic Tool in Windows10


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ईऑफिस में दस्तावेजों का डायरीकरण

ईऑफिस में काम करने के लिए दस्तावेजों को स्कैन करने के बाद डिजिटीकरण किया जाता है, फिर उसके बाद इन दस्तावेजों का डायरीकरण होता है। इसे कैसे किया जाता है, इस वीडियों में काफी आसान ढंग से बताया गया है। कृपया इसे शुरू से अंत तक जरूर देखें।


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ईऑफिस में दस्तावेजों का डिजिकरण

ईऑफिस में दस्तावेजों को स्कैन करके पीडीएफ में डिजिकरण किया जाता है। इसे कैसे करना है, इस वीडियों में बड़े ही आसान तरीके से बताया गया है। कृपया इसे पूरा देखें और तदनुसार अपने दस्तावेजों का डिजिकरण करें।

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शनिवार, 2 मई 2020

ई-ऑफिस का परिचय


सभी कार्यालयों में ई-ऑफिस लांच हो गया है। हमारे अधिकांश साथी ई-ऑफिस से अभी पूरी तरह से परिचित नहीं है। ई-ऑफिस का एक परिचय इस वीडियो के माध्यम से आपको देने का प्रयास है। आगे भी ई-ऑफिस से संबंधित जरूरी सहायता वीडियो के माध्यम से देने का प्रयास रहेगा।

आपको यह पोस्ट कैसी लगी। अवश्य बताइएगा।

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शुक्रवार, 17 अप्रैल 2020

अपना खुद का व्हाट्सएप स्टीकर कैसे बनाएं?

हमें मालूम है कि आप एक सक्रिय मोबाइल Whatsapp उपयोगकर्ता हैं। वैसे भी आज के जमाने में जिसके पास एंड्रायड मोबाइल फोन हो और वह Whatsapp पर मैसेज का आदान-प्रदान न करता हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। Whatsapp पर मैसेजिंग के दौरान आपको विभिन्न अवसरों पर कई तरह के अनोखे स्टीकर मिलते होंगे और आप सोचते होंगे कि यह तो Whatsapp पर पहले से उपलब्ध है। ऐसा बिलकुल भी नहीं है, आप भी चाहें तो आप अपना स्वयं का बनाया हुआ स्टीकर जोड़ सकते हैं और उसे Whatsapp पर उपयोग कर सकते हैं।



Whatsapp का अपना एक स्टीकर स्टोर भी उपलब्ध है, जहां से आप निःशुल्क नया स्टीकर पैक डाउनलोड कर सकते हैं।  परन्तु आज मैं आपको अपना खुद का स्टीकर पैक बनाने के बारे में बताने जा रहा हूं। स्टीकर बनाने के लिए आपमें थोड़ी रचनात्मक होनी चाहिए। यदि आपमें रचनात्मकता है, तो आप निश्चितरू से अपना खुद के स्टीकर बना सकते हैं और उन्हें Whatsapp मैसेजिंग ऐप पर उपयोग कर सकते हैं।  

चलिए! देखते हैं कि ये स्टीकर कैसे बनाये जा सकते हैं।

स्टीकर बनाने वाले ऐप को डाउनलोड करें

अपना खुद का स्टीकर बनाने के लिए, अपने मोबाइल के Google Play Store पर जाएं और "Sticker maker" टाइप करें। सर्च करने पर स्टीकर बनाने वाले कई एप्लिकेशन सामने दिखाई देंगे। इनमें से उस एप्लिकेशन का चयन करें, जिसे उपयोगकर्ताओं ने सबसे ज्यादा पसंद करके रेटिंग दी हो। आप चाहें तो उनके रिव्यू पढ़ कर विकल्प तय कर सकते हैं। मेरा सुझाव तो यही होगा कि आप टॉप 5 में से जिसे सबसे अच्छी रेटिंग प्राप्त हो उसे इंस्टाल करें। एप्लिकेशन इंस्टाल होने बाद उसे ओपन करें। नया स्टीकर पैक बनाने के लिए आपको इसी तरह का इंटरफ़ेस चाहिए।

स्टीकर पैक को एक नाम दें

जब आप नया स्टीकर बनाने के लिए नीचे दिए प्लस के आइकन पर टैप  करते हैं, तो आपको स्टीकर पैक का नाम और बनाने वाले का नाम  दर्ज करने के लिए कहा जाएगा। आप इन दोनों फील्ड में अपेक्षित सूचना दर्ज कर दीजिए। 

चित्र जोड़ें

एक बार जब इन दोनों फील्ड में अपेक्षित सूचना दर्ज कर दी जाती है तो, ऐप आपको स्टिकर पैक के लिए चित्र जोड़ने के लिए कहेगा। आप अपने मोबाइल फोन पर मौजूदा चित्रों का चयन करके या कैमरे से एक तस्वीर क्लिक करके (अनुमति देने के बाद) स्टिकर जोड़ सकते हैं। इस तरह अप अधिकतम 30 चित्रों को जोड़ सकते हैं।

ठीक से समायोजन करें

किसी चित्र का चयन करने के बाद, उसे ठीक से ट्यून कर सकते हैं जो आप अपने चित्र में अपने स्टिकर के रूप में चाहते हैं।  एक बार ठीक से ट्यून हो जाने के बाद, ऐप आपसे पूछेगा कि क्या आप स्टीकर को सहेजना चाहते हैं। 'हां, स्टीकर सहेजें' पर टैप करें और इसे अपने स्टीकर पैक में जोड़ें।

सेव (Save) और पब्लिश (Publish) करना

आपके द्वारा सभी स्टीकर बनाने और जोड़ने के बाद, अगला चरण आपके स्टीकर पैक को सहेजना है। नीचे दिए गए बटन पर टैप करें जो 'पब्लिश स्टिकर पैक' कहलाता है और फिर Whatsapp में इस पैक को जोड़ें।

लीजिए! आपके खुद का स्टीकर तैयार हो गया, अब आप इसे Whatsapp पर अपने मित्रों को भेजकर उन्हें चकित कर सकते हैं।

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मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

कोरोना वायरस के लड़ने के लिए सात वचन


14 अप्रैल, 2020 को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुुुए कोरोना वायरस से लड़ने और इस वैश्विक महामारी से देश को बचाने के लिए देेेशवासियों से सात वचन  मांगे।

पहला वचन- 
घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें, विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी हमें अधिक देखभाल करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है।

दूसरा वचन- 
लॉकडाउन और सामाजिक दूरी की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें, घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें।

तीसरा वचन- 
अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, गर्म पानी और काढ़ा का निरंतर सेवन करें।

चौथा वचन- 
कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल एप जरूर डाउनलोड करें। दूसरों को भी इस एप को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें।

पांचवा वचन- 
जितना हो सके  गरीब परिवारों की देखरेख करें उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें।


छठा वचन- 
प अपने व्यवसाय अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें और किसी को नौकरी से न निकालें।

सातवां वचन- 
देश के कोरोना योद्धाओं, हमारे डॉक्टर, नर्सों, सफाई कर्मियों और पुलिसकर्मियों का पूरा सम्मान करें। 

हम धैर्य बनाकर रखेंगे, नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को भी परास्त कर पाएंगे।

हम सब मिलकर शपथ लें कि हम पूरी निष्ठा के साथ तीन मई तक लॉकडाउन के नियमों का पालन कर, जहां हैं वहां रह, सुरक्षित रहेंगे।

धन्यवाद

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रविवार, 12 अप्रैल 2020

कोरोना वाइरस से अपने फोन को सुरक्षित कैसे रखें?

कोरोनो वायरस (कोविड-19) के प्रसार को कम करने के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने से संबंधित एडवाइजरी जारी की है। इसके अलावा भी निर्देश है कि आप मास्क का प्रयोग करें, छींकते या खांसते समय टिसू पेपर या अपने आस्तीन का प्रयोग करें। हथेली या उंगलियों को नाक, मुंह के संपर्क में आने से बचें। अस्वस्थ लोगों के संपर्क से बचें तथा अपने हाथों को नियमित रूप साबुन से धोएं। किसी से भी हाथ न मिलाएं। गले न लगाएं। कोई भी वस्तु छूने के बाद हाथों को साबुन से करीब 20 सेकेंड तक जरूर धोएं।



उपर्युक्त एडवाइजरी में मैं आपको इस ओर भी ध्यान दिलाना चाहता हूं कि मोबाइल फोन आज आपके जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है। आप दिन में कई बार सोशल मीडिया अपडेट्स पाने के लिए अपने फोन को छूते हैं, तो क्या आपका फोन कोरोना वायरस से सुरक्षित है और क्या आप अपना फोन छूने के बाद हाथ साबुन से 20 सेकेंड तक धोते हैं?

क्या आपके सेनिटाइज किए हुए हाथ में मोबाइल फोन छूने के बाद पुनः वायरस के आने का जोखिम नहीं है?

हम में से कुछ लोग अवश्य ऐसे होंगे जो अपने फोन को नियमित रूप से साफ करते होंगे। पर, अब भी कई लोग ऐसे होंगे जिनका ध्यान इस ओर न गया होगा।

विशेषज्ञों का मानना है कि घर के दरवाजों के हैंडिल, उसके सतह और मोबाइल फोन जैसी नियमित रूप से छूई जाने वाली चीजों को अच्छी तरह से सफाई और उसे निस्संक्रामक (disinfecting) करना अति आवश्यक है क्योंकि ऐसी चीजों को छूने से भी आपके साफ हाथों में वायरस आ सकता है।

चलिए! आज हम बताते हैं कि अपने मोबाइल फोन को साफ और निस्संक्रामक रखने का तकनीकी समाधान बताते हैं।

हमें अपना फोन साफ करने के लिए किस चीज का उपयोग करना चाहिए?

हम अपने मोबाइल फोन को साफ करने के लिए उन्हीं चीजों का उपयोग कर सकते हैं, जिनका उपयोग हम अपने हाथों को साफ करने के लिए करते हैं। जैसे कि पानी, साबुन और सूखा तौलिया। इसी तरह आप अपने  मोबाइल फोन के सरफेस को साफ और निस्संक्रामक रख सकते हैं। मोबाइल फोन के सरफेस को लिंट-फ्री कपड़े को साबुन के घोल से नम करके साफ करें। यह लिंट-फ्री कपड़ा वही है, जिसका उपयोग आप अपने चश्मे के ग्लास को साफ करने के लिए करते हैं। 

विशेषज्ञों का मानना है कि साबुन में वसा होता है जो वायरस को तोड़ देता है और पानी उसे साफ कर देता है। 

बाजार में कई तरह के सेनिटाइजर उपलब्ध हैं, जो कोरोना वायरस को मारने का दावा करते हैं। लेकिन साबुन और पानी कीटाणु का नाश करने के लिए सबसे सस्ता और आसान उपाय है।

तो, मोबाइल फोन को साफ करने का सबसे आसान तरीका क्या है?

➤  सबसे पहले साबुन मिश्रित पानी के घोल को एक कटोरे में गुनगुना गर्म करें। केवल घरेलू साबुन का ही उपयोग करें, किसी और चीज़ का उपयोग न करें क्योंकि इससे आपके फ़ोन पर कोटिंग खराब हो सकती है।

➤  साफ करने के लिए अपने मोबाइल फोन को स्विच ऑफ करें।

➤  एक पतला सूती कपड़ा लें और उसे साबुन मिश्रित पानी में डुबाकर गीला करें। फिर उसे निचाड़ लें।

➤  उस नम कपडे से अपने फोन के चारों ओर धीरे से रगड़कर पोछें।

➤  सुनिश्चित करें कि मोबाइल फोन के किसी भी खुले हिस्से जैसे चार्जिंग पोर्ट या स्पीकर ग्रिल आदि में पानी न जाने पाए।

➤  अब अपने फोन को एक साफ माइक्रोफाइबर कपड़े से फिर से पोंछ लें।

➤   पुनः चालू करने से पहले अपने मोबाइल फोन को पूरी तरह से सूखने के लिए छोड़ दें। इस विधि को जितना हो सके दोहराएं।

इस तरह से आप अपने मोबाइल फोन के साथ ही स्वयं को भी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा सकते हैं।

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