शुक्रवार, 30 अगस्त 2024

ब्लू आधार कार्ड (Bal Aadhaar Card): बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण पहचान दस्तावेज

आधार कार्ड अब भारत में नागरिकों के लिए एक अनिवार्य पहचान दस्तावेज बन चुका है। चाहे वह बैंकिंग सेवाएं हों, सरकारी योजनाएं, या किसी अन्य प्रकार की नागरिक सेवाएं, आधार कार्ड अब लगभग हर जगह आवश्यक है। लेकिन जब बात बच्चों की आती है, तो कई माता-पिता यह नहीं जानते कि उनके छोटे बच्चों के लिए भी आधार कार्ड की आवश्यकता हो सकती है। इसी जरूरत को पूरा करने के लिए, भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने ब्लू आधार कार्ड (Bal Aadhaar Card) जारी करने की प्रक्रिया शुरू की है।

क्या है ब्लू आधार कार्ड?

ब्लू आधार कार्ड, जिसे बाल आधार कार्ड भी कहा जाता है, 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए जारी किया जाता है। यह एक विशेष प्रकार का आधार कार्ड है, जो बच्चों के लिए पहचान के प्रमाण के रूप में कार्य करता है। इसका रंग नीला होता है, जो इसे नियमित आधार कार्ड से अलग बनाता है। चूंकि छोटे बच्चों की बायोमेट्रिक जानकारी जैसे फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन बदल सकते हैं, इसलिए ब्लू आधार कार्ड में ये जानकारी शामिल नहीं होती।

ब्लू आधार कार्ड की विशेषताएं

बायोमेट्रिक जानकारी का अभाव: ब्लू आधार कार्ड में बच्चे की बायोमेट्रिक जानकारी नहीं होती, क्योंकि बच्चों के फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन 5 साल की उम्र तक स्थिर नहीं होते। जब बच्चा 5 साल का हो जाता है, तब बायोमेट्रिक जानकारी को अपडेट कराना आवश्यक होता है।

माता-पिता से लिंक: ब्लू आधार कार्ड के लिए बच्चे के माता-पिता में से किसी एक का आधार कार्ड आवश्यक होता है। बच्चे का आधार कार्ड उसी आधार कार्ड से लिंक किया जाता है।

निःशुल्क और सरल प्रक्रिया: ब्लू आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया पूरी तरह से निःशुल्क और सरल है। इसके लिए माता-पिता को केवल कुछ दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होते हैं और नामांकन केंद्र पर एक छोटा फॉर्म भरना होता है।

डिजिटल और प्रिंट: ब्लू आधार कार्ड को UIDAI की वेबसाइट से ऑनलाइन डाउनलोड भी किया जा सकता है। इसे ई-आधार के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है और प्रिंट करके भी रखा जा सकता है।

ब्लू आधार कार्ड क्यों महत्वपूर्ण है?

ब्लू आधार कार्ड न केवल बच्चे की पहचान के रूप में कार्य करता है, बल्कि यह सरकारी योजनाओं और सेवाओं तक पहुंच को भी सुनिश्चित करता है। कई सरकारी योजनाएं और लाभ, जैसे कि बच्चों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं, टीकाकरण कार्यक्रम, और शिक्षा संबंधित योजनाएं, आधार से जुड़े होने की आवश्यकता होती है। यदि बच्चे का आधार कार्ड नहीं है, तो उन्हें इन सेवाओं का लाभ उठाने में कठिनाई हो सकती है।

इसके अलावा, ब्लू आधार कार्ड बच्चों के लिए भविष्य में होने वाली शैक्षणिक और अन्य प्रक्रियाओं के लिए भी आवश्यक हो सकता है। यह उन्हें स्कूल में नामांकन, बैंक खाते खोलने, और अन्य कई महत्वपूर्ण कार्यों में सहूलियत प्रदान करता है।

ब्लू आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया

आधार नामांकन केंद्र पर जाएं: सबसे पहले, आपको अपने नजदीकी आधार नामांकन केंद्र पर जाना होगा। UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट से आप अपने क्षेत्र में मौजूद आधार केंद्र का पता कर सकते हैं।

आवश्यक दस्तावेज़ तैयार करें: ब्लू आधार कार्ड के लिए बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। साथ ही, माता-पिता में से किसी एक का आधार कार्ड भी प्रस्तुत करना होता है।

नामांकन फॉर्म भरें: आधार केंद्र पर पहुंचकर, आपको बच्चे के लिए नामांकन फॉर्म भरना होगा। फॉर्म में बच्चे की जानकारी, माता-पिता की जानकारी, और अन्य आवश्यक विवरण भरे जाते हैं।

फोटो खिंचवाएं: बच्चे की तस्वीर आधार केंद्र पर ली जाती है। चूंकि यह फोटो छोटे बच्चों की पहचान के लिए महत्वपूर्ण है, इसलिए इसे सावधानीपूर्वक लिया जाता है।

नामांकन की पुष्टि: फॉर्म भरने और फोटो खिंचवाने के बाद, आपको एक नामांकन रसीद दी जाती है। इस रसीद को सुरक्षित रखें, क्योंकि इसे आधार कार्ड बनने तक ट्रैकिंग के लिए उपयोग किया जा सकता है।

आधार कार्ड प्राप्त करें: नामांकन के कुछ समय बाद, ब्लू आधार कार्ड पंजीकृत पते पर भेज दिया जाता है। यदि आप चाहें, तो आप इसे ऑनलाइन भी डाउनलोड कर सकते हैं।

ब्लू आधार कार्ड, बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण पहचान दस्तावेज है, जो उन्हें विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी सेवाओं का लाभ उठाने में मदद करता है। इसे बनवाना न केवल आसान है, बल्कि यह भविष्य में भी बच्चों के लिए कई अवसरों के द्वार खोलता है। माता-पिता के लिए यह जरूरी है कि वे जल्द से जल्द अपने बच्चों का ब्लू आधार कार्ड बनवाएं, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की सेवाओं और सुविधाओं का लाभ उठाने में कोई कठिनाई न हो।

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