शुक्रवार, 29 नवंबर 2019

क्या है वो सेटिंग जिससे अश्लील सामग्री नहीं दिखेगी

भारत में युवा होती पीढ़ी में स्मार्टफोन का क्रेज बढ़ रहा है। एक अनुमान के अनुसार शहरी इलाकों में पांच करोड़ दस लाख लोगों के पास स्मार्टफोन है। एक ताजा अध्ययन के मुताबिक, 16 से 18 साल की उम्र के युवाओं में स्मार्टफोन की तादाद में पिछले साल के मुकाबले चार गुना से भी ज्यादा वृद्धि हुई है और यह पांच से बढ़ कर 22 फीसदी तक पहुंच गया है। 

युवा होती पीढ़ी में स्मार्टफोन के प्रति बढ़ता आकर्षण खतरे की घंटी भी है। यह पीढ़ी मोबाइल पर गेम खेलने या चैटिंग के साथ-साथ जिज्ञाषावश अश्लील सामग्री के प्रति भी आकर्षित हो रही है और यह माता-पिता और अभिभावकों के लिए चिंताजनक एवं सोचनीय विषय है। समय से पहले किसी चीज का ज्ञान विस्फोटक भी हो सकता है। इसे रोकने का कोई तो कोई साधन होगा। यह लेख अभिभावकों को सचेत करने से संबंधित है।

जागरूक अभिभावक स्मार्टफोन के गूगल ब्राउजर में एक सेटिंग चेंज कर दे तो अश्लील सामग्री ब्राउज नहीं की जा सकती है।

इसे कैसे करें?

आइए! इसे जाने-

सबसे पहले अपने स्मार्टफोन में गूगल ब्राउजर के होम पेज पर जाएं और नीचे दिए गए चित्र के अनुसार सेटिंग्स (Settings) पर क्लिक करें।


सेटिंग्स पर क्लिक करने पर नीचे दिए गए चित्र के अनुसार एक मीनू खुलेगा। इसमें आपको सबसे ऊपर सर्च सेटिंग्स (Search settings) पर क्लिक करना है।
सर्च सेटिंग्स पर क्लिक करते ही एक नया पेज खुलेगा। इसमें आप सबसे ऊपर से नीचे दूसरा विकल्प देखें- सेफसर्च फिल्टर्स (SafeSearch Filters)। इसमें दो विकल्प है- पहला, Show most relevant results और दूसरा, Filter explicit results. 

आपको नीचे दिए गए चित्र के अनुसार दूसरे वाले विकल्प Filter explicit results पर क्लिक करके उसका चयन कर लेना है।
                              

जब Filter explicit results ऑन होता है, तो जब भी गूगल पर कोई अश्लील सामग्री (फोटो, वीडियो और वेबसाइट) खोजी जाय तो यह फिल्टर करके  उसके परिणाम को ब्लॉक कर देता है।
Filter explicit results विकल्प का चयन करने के बाद स्क्रॉल करते हुए नीचे आएं और नीचे दिए गए सेव (Save) बटन पर क्लिक कर दें।
लीजिए! गूगल ने अब अश्लील सामग्री खोजने के लिए प्रतिबंधित कर दिया। 
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बुधवार, 27 नवंबर 2019

जाने, आपके जीमेल आईडी का प्रयोग किस-किस वेबसाइट या मोबाइल ऐप में है।

यदि आप जीमेल उपयोगकर्ता हैं और आप स्मार्टफोन धारक हैं, तो निश्चित रूप से अपने स्मार्टफोन से ही विभिन्न वेबसाइट और ऐप्स में साइन-अप किए होंगे। अब प्रश्न उठता है कि क्या आप जानते हैं कि आपने किस-किस ऐप या वेबसाइट पर अपना जीमेल एकाउंट साइन-अप किया हुआ है। वैसे भी कौन इतना याद रखता है। परन्तु हमारा गूगल बाबा सब संजोकर रखता है। आज हम आपको स्मार्टफोन के जरिए विभिन्न वेबसाइट और ऐप्स पर जीमेल एकाउंट को देखने और अवांछित वेबसाइट या ऐप्स को डिस्कनेक्ट करने के बारे में बताना चाहेंगे।

तो सबसे पहले आप अपने मोबाइल फोन के सेटिंग (Setting) में जाएं। यह सेटिंग आपको चित्र में दिए गए एक आइकन के रूप में स्क्रीन पर दिखाई देगी। इस सेटिंग आइकन पर टेप करें।


सेटिंग आइकन पर टेप करने से सेटिंग का पेज खुलता है। इसमें System Settings में आपको गूगल (Google) का आइकन दिखाई देगा। आप सर्च सेटिंग (Search setting) के जरिए या स्क्रॉल करते हुए गूगल के आइकन पर जाएं। अब आप गूगल आइकन पर टेप करें।


गूगल आइकन पर टेप करने से आपका गूगल एकाउंट दिखने लगेगा। इसमें आप एकाउंट सर्विसेज (Account services) पर टेप करें।

एकाउंट सर्विसेज में आपको सबसे पहला विकल्प ऐप्स कनेक्टेड (Apps connected) दिखेगा, उसी पर टेप करना है।

विकल्प ऐप्स कनेक्टेड पर टेप करने पर आपने जिन-जिन वेबसाइट या ऐप्स पर अपना जीमेल एकाउंट साइन-अप किया हुआ है, उसकी पूरी सूची दिखाई देने लगेगी।

इस सूची को देखें और जो वेबसाइट या ऐप्स आपको लगता है कि अब इस पर हमें दुबारा नहीं जाना है और आप चाहते हैं कि यह वेबसाइट या ऐप हमारी सूची में न रहे तो इसके लिए आप सूची में दर्शाए गए उस वेबसाइट या ऐप को टेप करें।


टेप करने से वह विशेष वेबसाइट या ऐप का आइकन एक नए पेज में खुल जाएगा तथा दाईं ओर डिस्कनेक्ट का बटन बना होगा, उस पर टेप करने से अवांछित वेबसाइट या ऐप आपकी सूची से हट जाएगा।


देखा! कितना आसान है यह जानना कि आपने किस-किस ऐप या वेबसाइट पर अपना जीमेल एकाउंट साइन-अप किया हुआ है और किस वेबसाइट या ऐप को डिस्कनेक्ट करना है।

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मंगलवार, 26 नवंबर 2019

अपने स्मार्टफोन का डाटा चोरी होने से कैसे बचाएं?

क्या आपको मालूम है कि आप अपने स्मार्टफोन पर प्रतिदिन कितना समय बिताते हैं? आइए! मैं बताता हूं कि एक व्यक्ति औसतन, प्रतिदिन स्मार्टफोन का उपयोग करते हुए चार घंटे से अधिक समय बिताता है। सुबह उठकर रात भर की अपडेट देखने के लिए व्हाट्सऐप, फेसबुक और न जाने कितने सोशल मीडिया ऐप को देखता है। आजकल तो समाचार अपडेट भी लोग अपने मोबाइल पर देखते हैं। इसके बाद मोबाइल उपयोगकर्ताओं ने अपने सभी जरूरत और दैनिक उपयोग में आने वाली सेवाओं के लिए तमाम तरह के ऐप डाउनलोड कर रखे हैं। बैंकिग सेवा हो या खरीददारी सेवा हो या रेल, हवाई टिकट बुकिंग या बिजली बिल भुगतान, जनसुनवाई हो, सभी के लिए ऐप आपके मोबाइल में मौजूद हैं। अब तो ई-एफआईआर के लिए भी ऐप आपके लिए उपलब्ध है। कहने का मतलब है कि इस स्मार्टफोन का इस्तेमाल अब हर चीज़ के लिए किया जाता है। स्मार्टफोन हमारे जीवन में एक आवश्यक दैनिक उपकरण बन गया है। अपना स्मार्टफोन खोने के विचार से ही हम सिहर उठते हैं।

इन्हें भी देखें

एक अध्ययन से पता चलता है कि नई दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में प्रतिदिन सैकड़ों मोबाइल फोन चोरी हो जाते हैं। अब उस व्यक्ति से पूछिए जिसका मोबाइल फोन रास्ते में किसी ने चुरा लिया हो। उसमें कितनी महत्वपूर्ण जानकारियां हैं, उसका कोई दुरूपयोग न हो, इस आशंका में ही उसका मन घबराता है। मोबाइल फोन चोरी होने की घटना की जानकारी तो आपको तत्काल हो जाती है, परन्तु मोबाइल फोन का डाटा चोरी होने की घटना के विषय में आप लम्बे समय तक अनजान ही रहते हैं। मोबाइल फोन का डाटा आपके द्वारा गलत ऐप डाउनलोड करने से या वायरस हमला होने से चोरी हो जाता है। आइए जाने कि हम अपने स्मार्टफोन का डाटा चोरी होने से कैसे सुरक्षित रख सकते हैं।

अज्ञात वाई-फाई का उपयोग न करें


आजकल रेलवे स्टेशनों पर, हवाई अड्डों पर, बस स्टेशनों पर, शॉपिंग मॉल में आदि जगहों पर मुफ्त वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा भी कई जगहों पर आपको मुफ्त वाई-फाई की सुविधा होने की सूचना दी जाती है। ये सभी सुरक्षित वाई-फाई हैं या नहीं, यह आपको पता नहीं होता, परन्तु आप मुफ्त के लालच में बिना सुरक्षा जांच किए उस वाई-फाई का उपयोग करने लगते हैं। ऐसे लुभावने प्रस्ताव को जहां तक हो टाल दें और अपने स्मार्टफोन पर किसी भी अज्ञात वाई-फाई नेटवर्क का उपयोग न करें। इसका उपयोग करने से हो सकता है कि आपके मोबाइल का डाटा चोरी हो जाए और आप बैठे-बिठाये किसी मुसीबत में आ जाएं। 

अज्ञात एप्लिकेशन (ऐप्स) डाउनलोड न करें 


Google Play Store और Apple App Store पर उपलब्ध ऐप्स सत्यापित होते है तथा वाइरस स्कैन किए होते हैं। आप इन्हें अपने स्मार्टफोन से एक्सेस कर सकते हैं और किसी भी ऐप को सुरक्षित रूप से डाउनलोड कर सकते हैं। परन्तु बहुत बार आपको अपने व्हाट्सऐप पर या अन्य सोशल मीडिया पर कई लुभावने ऐप्स अज्ञात वेबलिंक के माध्यम से डाउनलोड करने को कहा जाता है। ऐसा बिलकुल भी न  करें और उनको अनदेखा कर दें। यदि ऐप स्टोर पर वह उपलब्ध नहीं है, तो इसे डाउनलोड और इंस्टॉल न करें। यदि आपने उस लुभावने ऐप को अज्ञात वेबलिंक के माध्यम से डाउनलोड कर लिया तो हो सकता यह आपके मोबाइल में मौजूद महत्वपूर्ण डाटा की चोरी कर ले और आपको पता भी न चले।

एंटी-वायरस जरूर इंस्टाल करें


आजकल लगभग सभी स्मार्टफोन प्रयोक्ता इंटरनेट का प्रयोग करते ही हैं। यदि आप वेबसाइट ब्राउज़ करते हैं और अपने स्मार्टफोन में नेट से सामग्री डाउनलोड करते हैं, तो अपने मोबाइल पर किसी अच्छे एंटी-वायरस ऐप को अवश्य इंस्टॉल करें। इसके लिए आप मोबाइल फोन के Google Play Store या Apple App Store पर जाएं और वहां से कोई एंटी-वायरस डाउनलोड करके इंस्टाल कर लें। आप देखेंगे कि वहां एवीजी, अवास्ट जैसे बहुत सारे मुफ्त एंटी-वायरस ऐप उपलब्ध हैं। हालांकि, हम आपको काफी कम राशि खर्च करके नॉर्टन या कैस्परस्की एंड्रॉइड एंटीवायरस ऐप खरीदने का परामर्श देना चाहेंगे। ये आपके मोबाइल ब्राउज़र को वायरस से सुरक्षित रखेंगे और आपको बताएंगे कि कौन सी साइट ब्राउज़ करने के लिए सुरक्षित हैं। यह आपके मोबाइट डाटा को सुरक्षित रखने में मदद करेगा।

एन्क्रिप्शन कुंजी का प्रयोग करें


एंड्रायड आपको अपने डिवाइस पर सभी डाटा को कूट (क्रिप्ट) करने की अनुमति देता है। यदि आपने मोबाइल और ऐप में इसे सक्रिय कर दिया तो हर बार डिवाइस को या ऐप को डी-कोड करने के लिए आपको पासवर्ड या पिन की आवश्यकता होगी। यह आपको थकाऊ या उबाऊ लग सकता है लेकिन अगर फोन गलत हाथों में जाता है, तो पासवर्ड या पिन के बिना डाटा तक पहुंचने का उसे कोई मार्ग नहीं मिलता। यदि मोबाइल चोरी हो गया है तो उसे रिसेट किए बिना मोबाइल नहीं खोला जा सकता। एक बार यदि मोबाइल रिसेट हो गया तो सारा डाटा गायब हो जाएगा और आपका डाटा गलत हाथों से पड़ने से बच जाएगा। इसे अपने एंड्रायड मोबाइल में मौजूद सुरक्षा सेटिंग्स के माध्यम से सक्रिय किया जा सकता है। ऐपलॉक और डॉक्यूमेंट लॉकर (एंड्रॉयड) जैसे ऐप भी मोबाइल के ऐप्स को सुरक्षित रखने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

मोबाइल का सॉफ्टवेयर और ऐप्स अद्यतन रखें


अपने मोबाइल फोन के सॉफ्टवेयर और एप्स को सदैव अद्यतन (अपडेट) रखें। आपने देखा होगा कि नोटिफिकेशन के माध्यम से आपको अपने मोबाइल का सॉफ्टवेयर या उसमें स्थापित ऐप्स को अपडेट करने के लिए कहा जाता है। मोबाइल कंपनी या ऐप बनाने वालों को जब भी अपने सॉफ्टवेयर में कोई  सुरक्षा खामी मिलती है तो उस सुरक्षा खामी को दूर करके मोबाइल प्रयोक्ता को सॉफ्वेयर अपडेट करने के लिए कहा जाता है। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आप अपने मोबाइल के ऑपरेटिंग सिस्टम (ओएस) और एप्स को अपडेट रखें। जब कोई ऐप अपडेट होता है, तो Google और Apple ऐप स्टोर के जरिए ही होता है। सभी मोबाइल प्रयोक्ता से अपेक्षा की जाती है कि वे अपने फोन सेटिंग में नोटिफिकेशन बंद नहीं करें। जब भी ऐसा नोटिफिकेशन प्राप्त होता है, उसे संंज्ञान में लेें और निर्देश के अनुसार अनुपालन करेें।


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बुधवार, 20 नवंबर 2019

लिप्यन्तरण के लिए महत्वपूर्ण ऑनलाइन साइटें Important online sites for transliteration

लिप्यंतरण मूलत: संस्कृत का शब्द है, अंग्रेजी में इसे Transliteration कहा जाता है। इसकी व्याख्या सहज शब्दों में इस तरह की जा सकती है कि लिपि का अंतर करना लिप्यंतरण कहलाता है। सामान्यतः किसी एक लेखन पद्धति में लिखे जाने वाले शब्द या पाठ को किसी अन्य लेखन पद्धति में लिखने को ही लिप्यन्तरण (transliteration) कहते हैं। 

उदाहरण के लिए यदि हमने देवनागरी (Devnagari) में कुछ लिखा और चाहते हैं कि यह रोमन या अन्य भारतीय भाषा ( Indian language) जैसे कि मलयालम, उड़िया या अन्य किसी भाषा में लिख जाए। यहां हम अपना नाम देवनागरी में लिखते हैं और देखते हैं कि वह रोमन एवं अन्य भारतीय भाषाओं में कैसे लिप्यंतरित होता है-

(देवनागरी में) मेरा नाम श्याम बाबू शर्मा है।                
(रोमन में) Mera naam shyam babu sharma hai.
(बांग्ला में) মেব়া নাম শ্য়াম বাবূ শব়্মা হৈ৻ 
(उड़िया में) ମେରା ନାମ ଶ୍ଯାମ ବାବୂ ଶର୍ମା ହୈ।
(गुरमुखी में) ਮੇਰਾ ਨਾਮ ਸ਼੍ਯਾਮ ਬਾਬੂ ਸ਼ਰ੍ਮਾ ਹੈ।
(गुजराती में) મેરા નામ શ્યામ બાબૂ શર્મા હૈ।
(कन्नड़ में) ಮೇರಾ ನಾಮ ಶ್ಯಾಮ ಬಾಬೂ ಶರ್ಮಾ ಹೈ।
(तेलुगु में) మేరా నామ శ్యామ బాబూ శర్మా హై।
(मलयालम में) മേരാ നാമ ശു്യാമ ബാബൂ ശരു്മാ ഹൈ।
(तमिल में) மேரா நாம ஶ்யாம बாबூ ஶர்மா ஹை।  
(सिंहला में) මේරා නාම ශ්යාම බාබූ ශර්මා හෛ।
(तिब्बती में) མེརཱ ནཱམ ཤ྄ཡཱམ བཱབཱུ ཤར྄མཱ ཧཻ།                                  
हिंदी सिर्फ उन्हीं लोगों तक सीमित नहीं है जिन्हें हिंदी पढ़नी आती है। ऐसे कई रसिक हैं जो देवनागरी लिपि या तो जानते नहीं हैं, या पढ़ने से कतराते हैं मगर सुन्दर अभिव्यक्ति पर सहज ही मुग्ध हो जाते हैं। हिंदी का रस इन तक क्यों न पहुंचे? जो देवनागरी पढ़ने से कतराते हैं, उनतक हम आगे बढ़ कर क्यों न मिलें? हिंदी और देवनागरी की यह बहुत बड़ी खासियत है कि जो लिखा है उससे ही शब्द का क्या उच्चारण होगा स्पष्ट निर्धारित हो जाता है। हमारे जो मित्र देवनागरी पढ़ने से कतराते हैं, उनतक हम अपनी देवनागरी में लिखी अभिव्यक्ति को रोमन लिपि में पढ़ने के लिए इन साइटों का सहारा लेकर भेज सकते हैं-



ऊपर की दोनों साइटें आपको केवल देवनागरी से रोमन लिपि में लिप्यंतरण की सुविधा देती है। इसी के उलट यदि कोई, जो देवनागरी लिपि में ठीक से नहीं लिख पाता हो, वह अपने हिंदी भाषी मित्र के पास कोई संदेश या लेख आदि भेजना चाहता है तो उसके लिए ऑनलाइन एक साइट है जिसके माध्यम से रोमन में लिखकर देवनागरी लिपि प्राप्त की जा सकती हैः-


कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनके मित्र विभिन्न भाषाभाषी के हैं और चाहते हैं कि वे देवनागरी में अपनी अभिव्यक्ति लिखकर उन मित्रों की अपनी भाषा लिपि में भेजे तो वे इस साइट का सहारा लेकर अपनी देवनागरी लिपि में लिखी अभिव्यक्ति बांग्ला, गुजराती, गुरमुखी, कन्नड़, मलयालम, उड़िया, तमिल एवं तेलुगु में लिप्यंतरित करके भेज सकते हैं। यह साइट आपको एकल शब्द या संपूर्ण ग्रंथों के लिप्यंतरण को आसानी से बदलने की अनुमति देता है। यह विशेष रूप से तब सहायक होता है जब आप देवनागरी लिपि या रोमन लिपि का निर्माण करना चाहते हैं। 

भारतीय भाषा प्रौद्योगिकी प्रसरण एवं विस्तारण केन्द्र (Indian Language Technology Proliferation and Deployment Centre) की साइट से भी आप गुरमुखी से देवनागरी, देवनागरी से गुरमुखी, देवनागरी से उर्दू, उर्दू से देवनागरी, तेलुगु से तमिल, तमिल से तेलुगु, तमिल से देवनागरी, देवनागरी से तेलुगु, तेलुगु से देवनागरी तथा मराठी से देवनागरी में लिप्यंतरण कर सकते हैं।

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सोमवार, 18 नवंबर 2019

भारतीय भाषा के लिए ऑनलाइन शब्दकोश

आज हम आपको ऑनलाइन अंग्रेजी से भारतीय भाषाओं में अथवा भारतीय भाषाओं से अंग्रेजी में शब्दों को ढ़ूंढ़ने के लिए एक साइट का नाम सुझा रहे हैं। वह है www.shabdkosh.com 

यह दुनिया की सबसे लोकप्रिय अंग्रेजी से किसी भारतीय भाषा में अथवा भारतीय भाषा से अंग्रेजी में  ऑनलाइन शब्दकोश सेवा प्रदान करती है। इसका सरल इंटरफ़ेस, व्यापक डेटाबेस और आवाज उच्चारण  जैसी सुविधा काफी उपयोगी है। यदि आप ऑनलाइन शब्दकोश की खोज में हैैं तो मैं आपको इस साइट पर जाने का सुझाव देना चाहूंगा।

आइये! इस साइट के बारे कुछ जानते हैं। shabdkosh.com वेबसाइट में शुरुआत से ही, भारतीय भाषाओं के लिए उतने ही अच्छे संसाधन हैं जितने कि दुनिया के अन्य प्रमुख अंतरराष्ट्रीय भाषाओं के लिए उपलब्ध हैं। 

भारतीय भाषा के संदर्भ में, आज यह ऑनलाइन शब्दकोश शीर्ष साइटों में से एक है। हालांकि, इसमें अभी भी सुधार की बहुत संभावना है। इसे उपयोगकर्ता द्वारा सुधारा जा सकता है। इसमें इस तरह का इंटरफ़ेस विकसित किया गया है जो उपयोगकर्ताओं को शब्दकोश में अपना योगदान करने की अनुमति देता है। आने वाले समय में यह दुनिया का अंग्रेजी से भारतीय भाषा एवं भारतीय भाषा से अंग्रेजी का सबसे सटीक शब्दकोश बन जाएगा। समन्वित प्रयास कितना अच्छा है, यह इस पर निर्भर करता है कि उपयोगकर्ता इसमें अपना कितना योगदान करते हैं। 

हिंदी में एक वेबसाइट बनाने के उद्देश्य से एक छोटी सी परियोजना के रूप में इस ऑनलाइन अंग्रेजी-हिंदी शब्दकोश शुरू की गई थी। डिक्शनरी को एक एप्लीकेशन के रूप में चुना गया क्योंकि उस समय ऑनलाइन गुणवत्ता की कोई अच्छी सी डिक्शनरी नहीं थी और क्योंकि डिक्शनरी बनाने में बहुत सारी चुनौती होती है, अतः 1936 में पहले संस्करण के रूप में श्री राम नारायण लाल द्वारा संकलित सार्वजनिक डोमेन शब्दकोश में लगभग 15,000 शब्दों वाली बहुत ही सरल सी साइट बनाई गई। समय के साथ, शब्दावली में सुधार किया गया और आज इसमें हजारों शब्द हैं। यह साइट अपने सरल इंटरफ़ेस और मजबूत शब्दावली डेटाबेस के कारण लोकप्रिय हो रही है। 

आज यह साइट 180 से अधिक देशों में उपयोगकर्ताओं को अंग्रेजी से भारतीय भाषाओं (बांग्ला, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, पंजाबी, तमिल एवं तेलुगु) एवं भारतीय भाषाओं से अंग्रेजी में अर्थ प्रदान करती है। 

इसमें दिए गए सर्च बाक्स में आप अंग्रेजी के शब्दों का भारतीय भाषा (बांग्ला, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी पंजाबी तमिल या तेलुगु) में तथा भारतीय भाषा के शब्दों का अंग्रेजी में सोदाहरण अर्थ पा सकते हैं।


इसके Browse सेक्शन में हिंदी के वर्णाक्षर अ से ज्ञ तक से बने अक्षरों का अंग्रेजी अर्थ और अंग्रेजी वर्णाक्षर A से Z तक से बने अक्षरों का हिंदी अर्थ दिया गया है।


इसके Games सेक्शन में आपको खेल-खेल में शब्दावली निर्माण करने के संबंध में कई खेल खेलने को मिलेंगे। जैसे कि...

स्पेलिंग बी - बोले गए शब्दों को सुनना और वर्तनी दर्ज करना। जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते जाएंगे, खेल कठिन होता जाता है।

शब्द अनुमान – इस खेल में उस शब्द का वर्णन करने के लिए सुराग या संकेत दिखाएगा जिसका आपको अनुमान लगाना है। यह क्लासिक हैंगमैन खेल करने का एक अनोखा तरीका है।

समानार्थी मिलान - चार संभावित शब्दों को पसंद से दिए गए शब्द के समान शब्द चुनना और बताना।

असमानार्थी मिलान- चार संभावित शब्दों को पसंद से दिए गए शब्द के असमान शब्द चुनना और बताना।


इस शब्दकोश के Word of the Day सेक्शन में प्रतिदिन आपको एक नया शब्द उसके अर्थ एवं उदाहरण सहित मिलता है। इससे प्रतिदिन आपका परिचय एक नए शब्द से होता है और इससे आपके शब्दज्ञान में वृद्धि होती जातीहै।

इसी तरह इस शब्दकोश के Quote of the Day सेक्शन में प्रतिदिन आपको एक नया प्रेरणादायी विचार मिलता है। 

इसके Contribute सेक्शन में आप भी नए शब्द और उसका अर्थ अपने नाम से शामिल करके इस शब्दकोश को संवर्धित और समृद्व कर सकते हैं। इसके लिये आपको प्रोफाइल सेक्शन में जाकर साइनअप करना होगा।

यह ऑनलाइन शब्दकोश आपको भाषायी सहयोग मंच भी प्रदान करता है। इस सहयोग मंच में असमिया, बंगाली, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मराठी, मलयालम, उडिया, पंजाबी, संस्कृत, तमिल, तेलुगु और उर्दू भाषाओं से अंग्रेजी और इसके विपरीत आप सोदाहरण अर्थ प्रदान करके इसे समृद्ध कर सकते हैं।

इस शब्दकोश का मोबाइल एप भी आ गया है। आप अपने एंड्रायड, आईओएस या विंडोज आधारित मोबाइल फोन में भी इसे डाउनलोड कर सकते हैं और कभी भी, कहीं भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

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