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रविवार, 17 दिसंबर 2023

WhatsApp में फोटो को HD में कैसे भेजें

आज Whatsapp काफी लोकप्रिय ऐप है जो लोगों को अपने दोस्तों को तुरंत संदेश भेजने या फोटो शेयर की सुविधा देता है। लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि भेजी गई फोटो की क्वालिटी अच्छी नहीं होती, क्योंकि Whatsapp उन्हें low quality में कंवर्ट करके भेजता है। 

परन्तु अब, Whatsapp ने इस समस्या का समाधान कर दिया है। अब आप Whatsapp के माध्यम से वास्तव में अच्छी, उच्च गुणवत्ता वाली HD तस्वीरें भेज सकते हैं।

WhatsApp में फोटो को HD में कैसे भेजें

सबसे पहले अपने फ़ोन पर WhatsApp खोलें और जिस मित्र को फोटो भेजना हो उसका चयन करें। नीचे दिए गए विकल्पों में से अटैचमेंट आइकन (एंड्रॉइड पर पेपरक्लिप और आईओएस के लिए '+' ) पर क्लिक करें।

अब Gallery आइकन पर क्लिक करें।



 Gallery में से उस फोटो का चयन करें जिसे आप साझा करना चाहते हैं।

चयन करते ही आपको ऊपर की ओर एक HD आइकन दिखाई देगा। उस पर क्लिक करें।

HD बटन पर क्लिक करने से आपको एक संदेश मिलेगा कि आप Standard quality (1200 X 1600) में भेजना चाहते हैं या HD quality (3120 X 4160) में भेजना चाहते हैं।  Standard quality कम जगह लेता है और शीघ्र भेज देता है। इसकी तुलना में HD quality अधिक जगह लेता है और थोड़ा देरी से भेजता है। यह आप पर निर्भर करता है कि इन दोनों में से किसका चयन करते हैं।



इनमें से किसी एक का चयन करने के बाद  Send आइकन कर क्लिक करके आप उच्च गुणवत्ता की फोटो भेज सकते हैं।

यह पोस्ट आपको कैसी लगी, अवश्य कमेन्ट्स कीजिएगा। 

शनिवार, 16 दिसंबर 2023

क्या आप WhatsApp ग्रुप्स के नोटिफिकेशनों से परेशान हैं? जानिए समाधान

Whatsapp अपने यूजर्स के लिए नए-नए फीचर्स जोड़ रहा है, ताकि उनका चैटिंग अनुभव मजेदार हो और वह भी बिना परेशान हुए। कई बार हम ऐसे-ऐसे ग्रुप्स में जुड़ जाते हैं जिनसे अपने आपको हटाना अच्छा नहीं लगता, क्योंकि कई बार उनसे कुछ कामलायक जानकारी उपलब्ध हो जाती है। वैसे उनमें अधिकांश जानकारी काम के नहीं होते।

ऐसी स्थिति में उन ग्रुप्स के मैसेज के नोटिफिकेशन से छुटकारा कैसे पाएं? आज की यह पोस्ट उसी पर आधारित है।

सबसे अच्छा विकल्प है कि उनके नोटिफिकेशन ही न आएं। हमें जब देखना हो तभी उसे खोलें। इसके लिए उन ग्रुप्स के नोटिफिकेशन को म्यूट किया जाता है।

यह कैसे होगा? आइए, इसे चरणबद्ध रूप से बताते हैंः-

सबसे पहले Whatsapp के लेटेस्ट वर्जन को अपडेट करें। इसके बाद उस ग्रुप या चैट को सेलेक्ट करें, जिसके मैसेज के बारे में आप नोटिफिकेशन नहीं चाहते हैं।

अब उस ग्रुप को क्लिक करके खोलें और ऊपर दाईं ओर तीन डॉट्स पर टैप करें। 
अब म्यूट नोटिफिकेशन्स विकल्प चुनें।
इसके बाद आपको 8 hours, 1 week या always के विकल्प दिखाए जाएंगे। वह समय चुनें जिसके लिए आप नोटिफिकेशन म्यूट करना चाहते हैं और ओके पर टैप करें।
ऐसा करने के बाद आपको कोई मैसेज नोटिफिकेशन नहीं भेजा जाएगा।

खास बात यह है कि आप एक तय समय के लिए भी नोटिफिकेशन को म्यूट कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, छुट्टियों के दिनों में कार्यालय समूहों को भी इस तरह से म्यूट किया जा सकता है।

जब आपको इसके नोटिफिकेशन की आवश्यकता महसूस हो तो आप इसे अनम्यूट भी कर सकते हैं।

यह पोस्ट आपको कैसी लगी जरूर बताएं।

WhatsApp में अब किसी भी चैट को पिन कर सकते हैं

WhatsApp ने अपने उपयोगकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण अपडेट जारी की है। अब WhatsApp के उपयोगकर्ता किसी भी चैट के संदेश को पिन कर सकेंगे। यह नया अपडेट ग्रुप और निजी चैट दोनों के लिए है, इसका मतलब है कि आप ग्रुप या किसी निजी चैट के किसी विशेष संदेश को भी पिन कर सकेंगे। WhatsApp के इस अपडेट का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि किसी स्पेशल या जरूरी मैसेज को सर्च करने में समय नहीं लगेगा। 

WhatsApp में किसी मैसेज को पिन कैसे करें?

निजी या ग्रुप चैट में आप जिस मैसेज को पिन करना चाहते हैं, उसे सेलेक्ट करें।मैसेज पर थोड़ी देर दबाकर रखने से आप उसे सेलेक्ट कर सकते हैं।

अब ऊपर की ओर आपको कई सारे ऑप्शन दिखेंगे जिनमें से पिन आकार के ऑप्शन पर क्लिक करें।


अब जिस मैसेज को आपने सेलेक्ट किया है, वह पिन हो जाएगा और वह सबसे ऊपर दिखेगा।

इस तरह आप जितने महत्वपूर्ण संदेश, जिन्हें आप चाहते हैं कि वे सबसे ऊपर दिखें, इसी तरह से पिन कर सकते हैं।

यह पोस्ट आपको कैसी लगी, कमेन्ट्स में जरूर बताइएगा।

सोमवार, 14 अगस्त 2023

इंटरनेट की गति को कैसे बढ़ाएं: घर में बेहतर इंटरनेट कनेक्शन प्राप्त करने के उपाय और तरीके

 नमस्ते पाठकों,

हमारे "तकनीकी समाधान" ब्लॉग में आपका स्वागत है! आज के आधुनिक युग में, अच्छा और तेज़ इंटरनेट कनेक्शन एक महत्वपूर्ण आवश्यकता बन गया है। चाहे आप वीडियो स्ट्रीमिंग कर रहे हों, ऑनलाइन गेम खेल रहे हों, या काम कर रहे हों, तेज़ और स्थिर इंटरनेट कनेक्शन के बिना कुछ भी संभव नहीं है। आज का टॉपिक यही है कि "इंटरनेट की गति को कैसे बढ़ाएं: घर में बेहतर इंटरनेट कनेक्शन प्राप्त करने के उपाय और तरीके"।

राउटर की स्थिति और स्थान का चयन: आपके घर में राउटर का सही स्थान और स्थिति बहुत महत्वपूर्ण है। राउटर को माइक्रोवेव एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे डिवाइसों से दूर रखें।

लोकेशन के अनुसार एक्सटेंडर्स का उपयोग: बड़े घरों में, एक्सटेंडर्स का उपयोग करके इंटरनेट कवरेज को बढ़ा सकते हैं।

डुअल-बैंड राउटर: डुअल-बैंड राउटर इंटरनेट कनेक्शन की गति को बढ़ावा देते हैं, क्योंकि वे 2.4 और 5 गीगाहर्ट्ज बैंड पर काम करते हैं।

सुरक्षा के साथ रूटर कॉन्फ़िगरेशन: रूटर को सुरक्षित बनाने के लिए उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड जरूर बदलें और वायरलेस प्रोटेक्टेड एक्सेस (WPA) का उपयोग करें।

ब्रॉडबैंड प्लान की जाँच: अपने इंटरनेट सेवा प्रदाता से जाँच करें कि आपका ब्रॉडबैंड प्लान उचित गति और डाटा कवरेज प्रदान कर रहा है।

फर्मवेयर को अपडेट रखें: रूटर के फर्मवेयर को नियमित रूप से अपडेट करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि नए अपडेट सुरक्षा और प्रदर्शन में सुधार कर सकते हैं।

डिवाइसों के साथ इंटरनेट का उपयोग: जब आपके पास अधिक उपकरण और डिवाइस होते हैं, तो इंटरनेट कनेक्शन की गति प्रभावित हो सकती है।

डाटा के बचत के लिए सीमित उपयोग: अनावश्यक डाटा का उपयोग करने से इंटरनेट स्पीड प्रभावित हो सकती है।

इंटरनेट सेवा प्रदाता की निगरानी: नियमित रूप से आपके इंटरनेट सेवा प्रदाता की सेवा गुणवत्ता की निगरानी करें और जरूरत के अनुसार सेवा या प्लान बदलें।

वायरलेस संकेतकों का प्रबंधन: पासवर्ड प्रोटेक्टेड वायरलेस नेटवर्क का उपयोग करके आप अपने नेटवर्क की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।

डाटा बैंडविड्थ की निगरानी: यदि घर में कई उपयोगकर्ता हैं, तो डाटा बैंडविड्थ की निगरानी करें क्योंकि यह स्थिति को प्रभावित कर सकता है।

इन उपायों और तरीकों का पालन करके, आप अपने घर में बेहतर और तेज़ इंटरनेट कनेक्शन प्राप्त कर सकते हैं और अनंत डिजिटल संभावनाओं का आनंद उठा सकते हैं।

धन्यवाद

शुक्रवार, 11 अगस्त 2023

कंप्यूटर वायरसों से बचाव: अपने कंप्यूटर की सुरक्षा कैसे बनाएं

 नमस्ते पाठकों,

हमारे "तकनीकी समाधान" ब्लॉग में आपका स्वागत है! आज हम एक महत्वपूर्ण विषय पर बात करेंगे जो हम सभी के डिजिटल जीवन के लिए महत्वपूर्ण है - "कंप्यूटर वायरसों से बचाव"। कंप्यूटर वायरस हमारे डेटा, गोपनीयता, और सिस्टम को हानि पहुँचा सकते हैं, लेकिन हम उनसे बच सकते हैं और अपनी सुरक्षा को मजबूती दे सकते हैं।

विश्वसनीय एवं अपडेटेड एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें: एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर कंप्यूटर की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विश्वसनीय एवं नवीनतम एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करने से आप अपने कंप्यूटर को नये वायरसों से बचा सकते हैं।

सदैव अपडेट रखें: अपडेट होने वाले सॉफ़्टवेयर, ऑपरेटिंग सिस्टम, और ब्राउज़र का उपयोग करने से सुरक्षा में सुधार हो सकता है। नवीनतम अपडेट्स वायरसों और सुरक्षा संकेतों को पकड़ने में मदद करते हैं।

अज्ञात स्रोत से फ़ाइलें डाउनलोड करने से बचें: अज्ञात स्रोत से आने वाली फ़ाइलें खतरनाक हो सकती हैं। सदस्यता और सुरक्षा समूह से अलार्ट प्राप्त करने के बाद ही किसी भी फ़ाइल को डाउनलोड करें।

स्मार्ट ब्राउज़िंग करें: वेब ब्राउज़िंग के दौरान सावधानी बरतने से वायरसों से बचा जा सकता है। अज्ञात वेबसाइटों पर जाने से बचें और सुरक्षित वेबसाइटें ही खोजें।

पॉप-अप विज्ञापनों को ब्लॉक करें: पॉप-अप विज्ञापनों के माध्यम से वायरस स्प्रेड हो सकते हैं। आप विज्ञापन ब्लॉकिंग एक्सटेंशन्स का उपयोग करके इससे बच सकते हैं।

फ़ाइल और फ़ोल्डर की सुरक्षा को मजबूत करें: आपकी महत्वपूर्ण फ़ाइलें और फ़ोल्डर्स को पासवर्ड से सुरक्षित करने से आप अपनी गोपनीयता की सुरक्षा कर सकते हैं।

स्कैन करने के बाद ही फ़ाइलें खोलें: आपको किसी भी नई फ़ाइल को खोलने से पहले उसे एंटीवायरस स्कैनर से जांचने की सलाह दी जाती है।

इन उपायों का पालन करके, आप अपने कंप्यूटर की सुरक्षा को मजबूती से बना सकते हैं और वायरसों की स्थितियों से बच सकते हैं। कंप्यूटर सुरक्षा की देखभाल करके, आप अपने डेटा की सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकते हैं।

धन्यवाद,

गुरुवार, 16 दिसंबर 2021

गूगल क्रोम ब्राउजर अपडेट कैसे करें?

कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी-इन) ने गूगल क्रोम इंटरनेट ब्राउजर उपयोगकर्ताओं के लिए गंभीर चेतावनी जारी की है। आपको बता दें कि भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत एक संस्था है।

चेतावनी के अनुसार, गूगल क्रोम ब्राउजर में कई कमजोरियां पाई गई हैं, जिनका फायदा दूर बैठा साइबर हमलावर लक्षित सिस्टम पर मनमाने कोड को निष्पादित करने के लिए उठा सकता है।

गूगल ने क्रोम ब्राउजर के लिए अपने नवीनतम सॉफ़्टवेयर अपडेट में इन कमजोरियों के लिए पहले ही समाधान जारी कर दिया है और यह सलाह दी है कि गूगल क्रोम उपयोगकर्ता जल्द से जल्द अपने ब्राउजर को नवीनतम संस्करण में अपग्रेड करें।

गूगल के मुताबिक नवीनतम क्रोम ब्राउजर में 22 तरह के सिक्योरिटी फिक्स दिए गए हैं, जो यूजर की प्राइवेसी बढ़ाने का काम करते हैं।

विंडोज या मैक पर गूगल क्रोम को कैसे अपडेट करें

पहली विधि

गूगल क्रोम खोलें।  ऊपर दाईं ओर तीन डॉट्स आइकन पर क्लिक करें। गूगल क्रोम अपडेट करें पर क्लिक करें। यदि गूगल क्रोम अपडेट बटन दिखाई नहीं दे रहा है, तो हो सकता है कि आपका क्रोम ब्राउज़र नवीनतम संस्करण में अपडेट हो गया है।

दूसरी विधि

गूगल क्रोम खोलें।  ऊपर दाईं ओर तीन डॉट्स आइकन पर क्लिक करें। Help पर जाएं। इसके बाद About Google Chrome पर क्लिक करें।

About Google Chrome पर क्लिक करने पर एक नया विंडो खुलेगा। इसमें यदि नया संस्करण उपलब्ध होगा तो Relaunch बटन पर क्लिक करें।

Relaunch बटन पर क्लिक करने पर गूगल क्रोम ब्राउजर अपडेट होना शुरू हो जाएगा। पुनः ब्राउजर खोलने पर आपको गूगल क्रोम का अपडेट संस्करण दिखेगा।


लीजिए, आपका गूगल क्रोम ब्राउजर अपडेट हो गया।

आपको यह पोस्ट कैसी लगी, कमेन्ट्स के द्वारा जरूर बताइए। 




शनिवार, 20 नवंबर 2021

विंडोज 10 से विंडोज 11 में अपग्रेड कैसे करें

यदि आप अपने विंडोज 10 को विंडोज 11 में अपग्रेड करना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए महत्वपूर्ण है। इस पोस्ट में आपको स्क्रीनशॉट के माध्यम से आसान तरीके से चरणबद्ध रूप से समझाने का प्रयास किया गया है।

आपको मालूम है कि माइक्रोसॉफ्ट ने अपने विंडोज का नया संस्करण विंडोज 11 लांच कर दिया है। इसमें कई नए फीचर जोड़े गए गए हैं, जो उपयोगकर्ताओं के लिए उपयोगी हैं।

आइए ! हम जानते हैं कि कैसे अपने विंडोज 10 को विंडोज 11 में अपग्रेड करें। 

मैं इसकी सिफारिश करूंगा कि विंडोज 11 में जाने से पहले, सबसे पहले अपने वर्तमान विंडोज के अपडेट पर जाएं विंडोज अपडेट करें।

यदि आपका सिस्टम पहले से ही अप टू डेट होगा तो यह मैसेज आएगा। इसमें Check Hardware Requirement लिंक पर क्लिक करें।
Check Hardware Requirement लिंक पर क्लिक करने आपको एक ऐसे पेज पर ले जाएगा जो आपको विंडोज 11 के बारे में बताता है। इसमें LEARN MORE पर क्लिक करें।
LEARN MORE पर क्लिक करने पर आपको एक और पेज मिलेगा। इस पेज पर आपसे संगतता (Compatibility) की जांच करने के लिए कहा जाएगा। इसकी जांच के लिए Check for Compatibility लिंक पर क्लिक करें।
Check for Compatibility पर क्लिक करने पर PC Health Check App डाउनलोड करने के लिए कहा जाएगा। 
दिए गए लिंक के माध्यम से PC Health Check App डाउनलोड करके उसे रन कराएं।
डाउनलोड होने के बाद इसे लॉन्च करें।
रन होने के बाद आपको आपके पीसी के हेल्थ की पूरी जानकारी उपलब्ध हो जाती है। अब Check Now पर क्लिक करें।
जांचने के बाद आपका पीसी विंडोज 11 से संबंधित आवश्यकताओं का परिणाम प्रस्तुत करता है। 
अगर सब कुछ अच्छा है, तो अब आप विंडोज 11 को इंस्टाल करने के लिए तैयार हैं।

विंडोज 11 कैसे करें

यदि आपके पीसी पर पहले से विंडोज 11 का लिंक दिखाई नहीं दे रहा है तो परेशान होने की आवश्यकता नहीं है।

इस लिंक https://www.microsoft.com/en-us/software-download/windows11  पर क्लिक करें।

आप विंडोज 11 इंस्टॉलेशन असिस्टेंट का उपयोग करना चाहेंगे।

लेकिन ऐसा करने से पहले, शुरू करने से पहले देखें। यहाँ कुछ सावधानियां और पूर्वापेक्षाएँ दी गई हैं जिनसे Microsoft आपको अवगत कराना चाहता है:

अब विंडोज 10 को अलविदा कहने का समय आ गया। आप Accept and install पर करें।

विंडोज 11 इंस्टाल होने में कुछ समय लगेगा। इस दौरान अपने सिस्टम को चालू रखें।
लीजिए ! अब आपकी प्रतीक्षा समाप्त हुई और आप नए संस्करण में प्रवेश कर चुके हैं। इसमें आपको स्टार्ट बटन और अन्य आइकन टास्कबार में बायीं ओर की जगह मीडिल में दिखाई देगा।
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गूगल ड्राइव से डीलिट हुई फाइल को कैसे वापस पाएं

कभी-कभी इस समस्या से हमें दो-चार होना पड़ जाता है कि कोई महत्वपूर्ण फाइल, जो हमने अपने गूगल ड्राइव में सेव की हुई थी, उसे गलती से डीलिट कर दिया तो उसे वापस कैसे लाएं।

यदि आप Android फ़ोन, iPhone, iPad या डेस्कटॉप ब्राउज़र का इस्तेमाल करके Google Drive पर फ़ाइलें रीकवर करना चाहते है तो आप इसे कर सकते हैं। तीनों ही प्लेटफॉर्म के तरीके लगभग एक समान हैं।

आपको मालूम है कि Google Drive आपके कंटेंट को किसी भी समय एक्सेस करने के लिए क्लाउड में व्यवस्थित रूप से रखता है। यदि आपने गलती से किसी फ़ाइल को Google Drive से हटा दिया है, तो वह Trash Folder में चला जाता है और यह 30 दिनों तक Trash Folder में रहेगी। यदि आप किसी शेयर की गई फ़ाइल को Google Drive से हटाते हैं, तो अन्य लोग उसे तब तक देख सकते हैं जब तक कि आप फ़ाइल को पूरी तरह से Permanently हटा नहीं देते। एक बार फ़ाइल ट्रैश से बाहर हो जाने के बाद, इसे फिर से दोबारा रीकवर करने का कोई तरीका नहीं है।

जैसा कि बताया गया है, डिलीट की गई फ़ाइलों को स्थायी रूप से मिटाए जाने से पहले एक महीने के लिए ट्रैश फ़ोल्डर में रखा जाता है। यदि आप किसी विशेष फ़ाइल को हटाने के बारे में अपना विचार बदलते हैं, तो आप इसे हटाने के 30 दिनों के भीतर इसे ट्रैश से आसानी से रीस्टोर कर सकते हैं। साथ ही, यह भी ध्यान देने की बात है कि आप फ़ाइल को केवल तभी रीस्टोर कर सकते हैं जब आप फ़ाइल आपकी ही हो, यानि आप ही फाइल के निर्माता हों। यदि आप फ़ाइल के निर्माता नहीं हैं, तो आपको संबंधित व्यक्ति से इसे रीस्टोर करने के लिए संपर्क करना होगा। 

Google Drive से हटाई गई फ़ाइलों को नीचे दिए गए स्टेप्स के अनुसार रीस्टोर कर सकते हैः-

Google Drive को खोलें। बाईं ओर के मीनू में Trash पर क्लिक करें।

आप चाहें तो अपनी हटाई गई फ़ाइलों को हटाने की तिथि के अनुसार व्यवस्थित कर सकते हैं ताकि हटाई गई सबसे पुरानी या नवीनतम फ़ाइलें मिल सकें।

इसके बाद जिस फ़ाइल को आप रीस्टोर करना चाहते हैं, उस फ़ाइल पर राइट-क्लिक करें और Restore पर क्लिक करें।

अब आपकी फ़ाइल उसी जगह पर रीस्टोर हो जाएगी, जहां से इसे हटाया गया था।

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बुधवार, 2 जून 2021

तकनीक का प्रयोग कर कैसे रहे मस्त

पिछले वर्ष से ही लोग लॉकडाउन की स्थिति से दो-चार हो रहे हैं। वे घर में बंद है। उनकी सामाजिक दूरियां बढ़ गई हैं। कहीं किसी रिश्तेदार, दोस्त, परिवार के दूरस्थ सदस्यों से मिलना-जुलना भी लगभग बंद है। ऐसे में हम मानसिक और भावनात्मक रूप से कमजोर पड़ते जा रहै हैं। वर्तमान स्थितियों में घर पर रहना, खाना और सोना। इसके अलावा कुछ भी नहीं करना। अधिकांश लोगों की स्थिति यही है। उनमें से कुछ लोग ऐसे भी हैं जो घर से काम (वर्क फ्राम होम) करते हैं और कुछ अपने कार्यालय जाते हैं। 

हमने पढ़ा है कि खेल (गेम) ही है जो हमें मानसिक रूप से मजबूत बनाता है। आउटडोर गेम पर तो बंदिश है। फिर एक इनडोर खेल ही रह जाता है जिसे हम अकेले या घर के सदस्यों के साथ खेल सकते हैं और अपना मनोरंजन करने के साथ ही अपने को मानसिक रूप से मजबूत बना सकते हैं। 

आज के इस मोबाइल क्रांति के दौर में सबके पास अपना एक अलग मोबाइल फोन है। फोन भी पुराने जमाने का बटन वाला नहीं, बल्कि टच स्क्रीन वाला है। उसमें सोशल मीडिया एप के साथ ही गेमिंग एप भी डिफाल्ट में मिलते हैं। कुछ गेम तो ऐसे हैं जो हमें अवसाद से उबारने वाले होते हैं और मानसिक रूप से मजबूत करने होते हैं। हमारे मूड को तरोतोजा करने वाले होते हैं तो कुछ गेम ऐसे भी हैं जो हमारी स्मरण शक्ति को बढ़ाते हैं।  इससे हमारी कम्युनिकेशन स्किल बढ़ती है। ऑनलाइन गेम में हम नए-नए लोगों से जुड़ सकते हैं और अपना एक सामाजिक समुदाय बना सकते हैं। इन ऑनलाइन गेम खेलने वालों के लिए उम्र कोई मायने नहीं रखती है किसी भी उम्र के लोग ये गेम खेल सकते हैं।

आइए ! आज ऑनलाइन गेम के कुछ फायदे आपको बता दें।

तनाव को दूर कर तरोताजा बनाने में सहायक

गेम खेलकर हम तनाव से दूर रह सकते हैं क्योंकि गेम खेलते समय हम अपने सभी दुखों को भूल जाते हैं। घर में बैठे-बैठे बोर होने के बाद हम अपने को थका हुआ सा महसूस करते हैं। ऐसे समय में ये गेम खेलकर हमें खुशी महसूस होती है। 

मस्तिष्क की क्षमता बढ़ाने में सहायक

शतरंज, पहेली और भी कई गेम हैं, जिसे खेलकर हम अपनी मस्तिष्क की शक्ति में वृद्धि कर सकते है। जब हम ये गेम खेल रहे होते हैं तो हमारा मस्तिष्क नई समस्याओं से लड़ना सीख रहा होता है। क्योंकि गेम्स में भी वास्तविक जिंदगी जैसी कई स्थितियां होती हैं।

रचनात्मकता में बढ़ावा देने में सहायक

जब हम कोई गेम खेल रहे होते हैं तो हम उसमें कुछ नयापन लाने का प्रयास करते हैं। आपके मस्तिष्क में एक ही काम करने के लिए कई अलग-अलग विचार बनते हैं। इससे हमारा रचनात्मकता का स्तर बढ़ता है। 

दूसरों से भावनात्मक जुड़ाव में सहायक

गेम हमें दूसरों के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ने में सहायक होता है क्योंकि जब हम किसी अजनबी के साथ गेम खेलते हैं तो हम उसकी मदद करते हैं और उसके साथ अच्छी तरह से बात करते हैं। इससे नए दोस्त बनाने के साथ ही नए व्यावसायिक संबंध बनाने में भी मदद मिल सकती है।

तरोताजा और ऊर्जावान बनाए रखने में सहायक

गेम हमें तरोताजा और ऊर्जावान बनाता है। यह हमें बीमारी से दूर रखता है। इससे हम अपने सभी कार्यों को ठीक से करने में सक्षम होते हैं। लॉकडाउन के दौरान हमें अपने को तरोताजा और ऊर्जावान बनाए रखना होगा तभी हम कोरोना जैसी बीमारी से बचे रह सकते हैं।

त्वरित निर्णय लेने में सहायक

यह देखा गया है कि जो लोग गेम खेलते हैं, उनका दिमाग हमेशा सक्रिय रहता है, क्योंकि वे कई स्थितियों को संभालते हैं। कई स्थितियों में वे त्वरित निर्णय लेते हैं।

अवसाद से मुक्त रखने में सहायक

अंत में यही कहना चाहूंगा कि गेम हमें अवसाद से मुक्त रखता है क्योंकि गेम खेलने के समय हम अपने दुखों को भूल जाते हैं और सिर्फ उस पल का आनंद लेते हैं।

अपने अन्य मित्रो को शेयर करे और अपनी टिप्पणी अवश्य दें।


रविवार, 23 मई 2021

हिंदी यूनीकोड में ई-पब्लिशिंग और ई-पत्रिका कैसे तैयार करें?

नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, खड़गपुर, तकनीकी समाधान, कंप्यूटर टिप्स एंड ट्रिक्स तथा हिंदी और तकनीक समूह के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार 22 मई, 2021 को वर्चुअल माध्यम से एक तकनीकी संगोष्ठी आयोजित हुई। इसमें मेरे द्वारा हिंदी यूनीकोड में ई-पब्लिशिंग और ई-पत्रिका कैसे तैयार करें विषय पर विस्तृत जानकारी दी गई। संगोष्ठी की रिकार्डिंग मेरे सभी पाठकों के लिए उपलब्ध है।

इस वीडियो को देखकर आप आसानी से अपने ई-पत्र और ई-पत्रिकाएं डिजाइन कर सकते हैं।


इसका प्रयोग आप स्वयं करके देखिए और यदि अच्छा लगे तो अपने अन्य मित्रो को शेयर करे और अपनी टिप्पणी अवश्य दें।

सोमवार, 19 अप्रैल 2021

वर्क फ्रॉम होम और साइबर हमला

कोरोना महामारी एक बार पुन: हमारे जीवन में पहले की तुलना में काफी गंभीर रूप में आयी है। हमें इसे एक चुनौती के रूप में स्‍वीकार करते हुए अपने एवं परिवार के सदस्‍यों के साथ-साथ अपने सहायक उपकरणों का भी पूरा ख्‍याल रखना है। आज हम कंप्यूटरीकरण के उस महायुग में आ गए हैं, जब प्रतिदिन कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं है। हम घर से ही अपना कार्यालयी कार्य निष्पादित कर सकते हैं। सरकारी हो या गैर सरकारी संस्थान, आज के इस महामारी के दौर में सभी अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य के प्रति चिंतित हैं और उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखकर उन्हें घर से ही काम (वर्क फ्रॉम होम) करने की सुविधा प्रदान कर रहे हैं। हो सकता है कि यह कार्यप्रणाली आगे भी कुछ दिनों- महीनों नहीं बल्कि आगे के कुछ वर्षों तक बना रहे। विशेषज्ञों का मानना है कि वर्क फ्रॉम होम के कारण साइबर सुरक्षा का जोखिम भी बढ़ा है। वीपीएन के द्वारा कार्यालय के निजी आंकड़ों को कर्मचारी अपने घर से लैपटॉप या घर पर लगे पीसी से एक्सेस कर रहे हैं। संभव है उनके पीसी में उस स्तर का फायरवॉल या सिक्योरिटी सिस्टम न हो, जो ऑफिस वाले कंप्यूटर में होता है। ऐसे में साइबर हमले की संभावना निश्चित रूप से बढ़ जाती हैं। 

इन साइबर हमलों का सामना करने के लिए हमें कुछ सुरक्षात्मक उपाय करना आवश्यक हैः-

सिस्टम अपग्रेड और अपडेट रखें

कई सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थान अपने कुछ कर्मचारियों को घर से काम के लिए अलग सिस्टम उपलब्ध कराते हैं, लेकिन हो सकता है कि यह सुविधा सभी को उपलब्ध न हो। विशेषज्ञों के अनुसार, जो कर्मचारी कार्यालयी काम के लिए अपना पर्सनल लैपटॉप या डेस्कटॉप का उपयोग करते है, खासकर अगर उस पीसी का उपयोग घर में अन्य लोगों द्वारा या उस कर्मचारी द्वारा अपने व्यक्तिगत एवं पेशेवर कार्यों दोनों के लिए किया जा रहा है तो वे साइबर अपराधियों के सॉफ्ट टार्गेट हो सकते हैं।

आपका पहला कदम यही होना चाहिए कि आप कार्यालयी कार्य के लिए जो भी सिस्टम प्रयोग में ला रहे हैं वह अपग्रेड हो और उसमें सॉफ़्टवेयर अपडेट हों तथा सुरक्षा पैच से लैस हो।

सिक्योरिटी टूल अपडेट करें

पर्सनल कंप्यूटर में संवेदनशील डेटा स्टोर करते समय आपके पास ऐसा सिक्योरिटी टूल होना चाहिए जो मालवेयर, रेंसमवेयर या साइबर क्राइम का पता लगा सके। घर के नेटवर्क में इसके लिए अक्सर फायरवॉल और एनक्रिप्शन का उपयोग किया जाता है। फायरवॉल डिवाइस और एप्लीकेशन को साइबर हमले से बचाती है या ऐसी कोई वेबसाइट जो आपके नेटवर्क में सेंध लगाने की कोशिश करती है उसका पता लगाकर उसे रोकती है। इसलिए फायरवॉल को सदैव "ऑन" रखें। 

अपना वाईफाई पासवर्ड बदलें

हममें से अधिकांश लोग समय-समय पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट, ईमेल और अन्य ऑनलाइन सेवाओं के पासवर्ड बदलने के प्रति जागरूक हैं, परन्तु अपने घर के वाईफाई के पासवर्ड के प्रति भी क्या हम ऐसी ही जागरूकता बरतते हैं?

हो सकता है कि आपको अपना वाईफाई पासवर्ड बदलने में कुछ असुविधाएं आएं। क्योंकि पासवर्ड बदलने का मतलब है कि उस वाईफाई से जुड़े सभी उपकरणों में फिर से उसे दर्ज करना पड़े। मगर सुरक्षा की दृष्टि से ऐसा करने की जरूरत हो तो अवश्य करें।

जब भी संदेह हो, कुछ देर के लिए वाईफाई राउटर को बंद कर दें या उसे रीसेट कर दें। मैलवेयर से छुटकारा पाने का यह एक आसान तरीका है ।

मजबूत पासवर्ड बनाएं

हर प्लेटफॉर्म पर पासवर्ड मजबूत बनाएं। मजबूत पासवर्ड से हमारा तात्पर्य है, जो आसानी से एक्सेस नहीं किया जा सके। इसके आप अल्फा-न्यूमरिक के साथ-साथ स्पेशल कैरेक्टर का इस्तेमाल कर सकते हैं। अलग-अलग अकाउंट पर एक ही पासवर्ड का इस्तेमाल करने से बचें। किसी एक वेबसाइट पर पासवर्ड लीक हो गया तो हैकर्स आपके दूसरे अकाउंट में सेंध लगा सकता है। किसी भी दूसरे व्यक्ति को अपना पासवर्ड देने से बचना चाहिए। पासवर्ड में परिवार के सदस्यों के नाम या जन्म तिथि यथासंभव बिलकुल न हो। 

दोहरी सुरक्षा व्यवस्था अपनाएं

यह संभावना हो सकती है कि हैकर ने आपके पासवर्ड की चोरी कर ली हो। यदि आपने दोहरी सुरक्षा व्यवस्था (टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन) अपनाई है तो वह पासवर्ड दानने के बाद भी आपके सिस्टम में सेंध नहीं लगा पाएगा। दोहरी सुरक्षा व्यवस्था (टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन) में पासवर्ड दर्ज करने के बाद आपके पंजीकृत मोबाइल पर एक ओटीपी आता है। जब उस ओटीपी को आप दर्ज करेंगे तभी आगे खुलेगा, वरना वहीं पर ठप हो जाएगा। दोहरी सुरक्षा व्यवस्था (टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन) सिस्टम अलर्ट के तौर पर भी काम करता है, जब कोई आपके अकाउंट में लॉगइन करने की कोशिश कर रहा हो तो आपको तुरंत चेतावनी मिल जाता है।

काम करने के बाद सिस्टम को बंद करें

हममें से अधिकांश लोगों की आदत में शुमार है कि वे काम करने के बाद अपने सिस्टम को उचित तरीके से बंद (टर्न ऑफ) नहीं करते है, विशेष रूप से लैपटॉप उपयोगकर्ता। लेकिन शायद आपको नहीं मालूम कि यदि आप उचित तरीक से अपने सिस्टम को बंद (टर्न ऑफ) करते हैं तो आप वाइरस या मैलवेयर से काफी हद तक बच सकते हैं।

लैपटॉप को उचित तरीके से बंद करने से वायरस या मैलवेयर को स्थापित होने से रोका जा सकता है। कुछ मैलवेयर इस प्रकार के होते हैं कि जो डिवाइस की स्मृति (मेमोरी) पर रहते है और जब सिस्टम को उचित तरीके से बंद किया जाता है तो वह समाप्त हो जाता है। इसे हम इस तरह भी समझ सकते हैं कि जब आप घर से बाहर निकलते हैं तो अवांछित तत्वों के प्रवेश के लिए अपने घर का दरवाजा खुला तो नहीं छोड़ते, बल्कि उस पर ताला लगाकर ही निकलते हैं। इसी तरह काम करने के बाद अपने सिस्टम को भी उचित तरीके से बंद करना न भूलें।

फर्जी ई मेल को पहचानें 

इन दिनों हैकर डब्ल्यूएचओ, कोरोना, आईसीएमआर और अन्य स्वास्थ्य संबंधी संस्थानों से जुड़े नामों के फर्जी मेल के जरिए आपके सिस्टम को हैक करने की कोशिश करते हैं। हैकर आपको कोविड टेस्ट किट, मास्क, दवाइयां आदि ऑफर कर सकते हैं। ऐसे में जरा सा भी संदेह होने पर अलर्ट हो जाएं। हैकिंग के दौरान हैकर्स आपसे संलग्नक (अटैचमेंट) पर क्लिक करने को बोल सकते हैं। ई-मेल आने पर आप डोमेन नाम, स्पेलिंग एरर और यूआरएल अवश्य जांच लें। क्योंकि यह असली से मिलता-जुलता नाम होता है, बस स्पेलिंग में छोटा सा एरर होता है। इसका एक उदाहरण देखिए- 

पहला ecobank.com तथा दूसरा ecobαnk.com

इसमे पहला सही है और दूसरा हैकर्स का है। पहली नजर से देखने में दोनों यूआरएल एक जैसे दिख रहे हैं, परन्तु इसमें हैकर्स ने “a” में पूरा खेल रचा है।

यदि हम उपर्युक्त सावधानी बरते तो घर पर काम (वर्क फ्रॉम होम) के दौरान भी साइबर हमलों से अपने सिस्टम को सुरक्षित रख सकेंगे। 

इसका प्रयोग आप स्वयं करके देखिए और यदि अच्छा लगे तो अपने अन्य मित्रो को शेयर करे और अपनी टिप्पणी अवश्य दें।

रविवार, 31 जनवरी 2021

वाहन का हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट कैसे बुक करें

15 जुलाई से वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अनिवार्य कर दी गई है। ऐसे में लोगों को नंबर प्लेट बुक कराने में दिक्कत न आए इसके लिए परिवहन विभाग ने सोसाइटी ऑफ ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स (सियाम) से करार किया है। अब वाहन स्वामी को हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के लिए सियाम पर ही आवेदन करना होगा।

 

हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट की बुकिंग का यह एक ऐसा प्लेटफार्म है, जहां किसी भी तरह की गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं होगी। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगवाने वालों पर 5000 रुपये जुर्माना लगाने का प्रावधान किया गया है।

आइए जाने कि हम घर बैठे सोसाइटी ऑफ ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स (सियाम) की वेबसाइट पर जाकर कैसे अपने वाहन के लिए हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट बुक कर सकते हैं?

सबसे पहले हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट की बुकिंग के लिए वेबसाइट www.siam.in पर जाएं और ऊपरी भाग पर बुक एचएसआरपी के विकल्प पर क्लिक करें।

वाहन के लिए प्रदर्शित प्रारूप पर संबंधित राज्य एवं जनपद का नाम का चयन करते हुए अपना नाम, ईमेल एवं मोबाइल नंबर दर्ज कर आगे बढ़ें।


आवेदन के लिए अपने जनपद, वाहन के प्रकार का चयन करते हुए नीचे प्रदर्शित संबंधित वाहन की कंपनी का चयन करें।

हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट आवेदन में वाहन के मेक का नाम, राज्य का नाम, डीलर के शहर का नाम एवं अपने डीलर का चयन करें।


वाहन रजिस्ट्रेशन नंबर, वाहन स्वामि का नाम, पता, मोबाइल नंबर एवं ईमेल पता दर्ज करने बाद सत्यापन हेतु मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा, उसे दर्ज करके सत्यापित कर आगे बढ़ें।


इसके बाद वाहन का चेसिस नंबर एवं इंजन नंबर दर्ज करके आगे बढ़ें।


इसके बाद वाहन का माडल नंबर, वाहन का प्रकार, ईंधन प्रकार, आरटीओ एवं वाहन का रजिस्ट्रेशन तिथि दर्ज कर आगे बढ़ें।


डीलर चयन के बाद नंबर प्लेट का शुल्क, टाइम स्लॉट के लिए संभावित तिथि प्रदर्शित होगी। इसके पश्चात अपनी सुविधानुसार अपॉइंटमेंट की तिथि एवं समय के प्लॉट का चयन कर कंफर्म एंड प्रोसेस पर क्लिक करें।

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प्रदर्शित विवरण को वेरीफाई करते हुए हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट के शुल्क का ऑनलाइन भुगतान करते हुए प्राप्ति रसीद प्रिंट कर लें।

निर्धारित तिथि को भुगतान रसीद के साथ संबंधित डीलर के पास जाकर अपने वाहन में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगवा लें।

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