विंडोज लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
विंडोज लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

रविवार, 1 दिसंबर 2019

कंप्यूटर की गति कैसे बढ़ाएं

अक्सर हम देखते हैं कि हमारे कंप्यूटर की गति पहले की अपेक्षा काफी slow हो गई है। हम बोर होने लगते हैं और चाहते हैं कि हमारे कंप्यूटर की गति पहले की तरह ही तेज हो जाए। 

क्या हमारे कंप्यूटर की speed पहले की तरह ही तेज हो सकती है?

जी हाँ! 

काफी हद तक कंप्यूटर की गति बढ़ाई जा सकती है। इसके लिए हमें स्वयं कुछ उपाय करने होंगे।

आइए! जाने, कैसे हम अपने कंप्यूटर की गति को बढ़ा सकते हैः-

अनुपयोगी प्रोग्रामों को हटाएं (Remove unused programs)
कंप्यूटर निर्माता उन प्रोग्रामों को भी कंप्यूटर में इनबिल्ट कर देते हैं, जिनका उपयोग शायद हम कभी नहीं करते हैं। ऐसे अनुपयोगी प्रोग्रामों को आप हटा दें, क्योंकि ये कंप्यूटर की मेमोरी, डिस्क स्पेस और प्रोसेसिंग पावर का उपयोग करके कंप्यूटर की गति को धीमा करते हैं। 

अनुपयोगी प्रोग्रामों को कैसे हटाएं? How to remove the unused programs

सबसे पहले Start पर क्लिक करें। उसके बाद Control Panel पर क्लिक करें। Control Panel में Programs & Features पर क्लिक करें।


Programs & Features में आपके कंप्यूटर में प्रयोग होने वाले प्रोग्रामों की सूची दी हुई है। इनमें से अनुपयोगी प्रोग्राम को सलेक्ट करके Uninstall बटन पर क्लिक कर दें। इससे अवांछित प्रोग्राम हट जाएगा। कंप्यूटर रिस्टार्ट होने पर आप देखेंगे कि कंप्यूटर खुलने की गति में पहले की अपेक्षा सुधार हुआ है।

स्टार्टअप पर चलने वाले प्रोग्राम को सीमित करें (Limit the running program on startup)
विंडोज शुरू होने पर कई प्रोग्राम स्वचालित रूप से अंदर ही अंदर चालू हो जाते हैं, क्योंकि निर्माता कंपनी ने उन प्रोग्रामों को पृष्ठभूमि में खोलने के लिए सेट किया हुआ है, जिसे आप चलते हुए नहीं देख सकते हैं। यह उन प्रोग्रामों के लिए तो सहायक है, जिनका आप अधिकांश उपयोग करते हैं, लेकिन जिन प्रोग्रामों का आप शायद ही कभी उपयोग करते हैं या कभी नहीं करते हैं, यदि वे भी स्वचालित रूप से On है तो वे अनावश्यक रूप से आपके कंप्यूटर की memory और समय का उपयोग करते हैं, इससे भी आपको कंप्यूटर slow होता है।

क्या इसे कैसे सीमित किया जा सकता है?

जी हाँ, इसे सीमित करना काफी आसान है।

सबसे पहले की-बोर्ड के WIN key + R को दबाएं। फिर खुलने वाले पेज पर Open में msconfig टाइप करने के बाद OK क्लिक कर दें।

इसके बाद खुलने वाले पेज के Startup बटन पर क्लिक करें। इसमें आपको विंडोज चालू होते समय स्वचालित रूप से खुलने वाले प्रोग्रामों की सूची दिखाई देगी। इनमें से जिन्हें आप चाहते हैं कि वे विंडोज के साथ स्वचालित रूप से न खुलें, उन्हें अनचेक करके OK पर क्लिक कर दें। OK क्लिक करने पर आपसे कंप्यूटर रिस्टार्ट करने के बारे में पूछा जाएगा। आप OK कर दें। कंप्यूटर रिस्टार्ट होने पर आप देखेंगे कि पहले की अपेक्षा कंप्यूटर शीघ्र खुल गया। 

हार्ड डिस्क को डीफ्रैग्मेंट करें (Defragment hard disk)
डीफ्रैग्मेंटेशन से आपके हार्ड डिस्क में बनी फाइलों को सुव्यवस्थित करके अतिरिक्त जगह मिलती है, क्योंकि अव्यवस्थित फाइलें बेतरकीब ढंग से जगह घेरकर आपके कंप्यूटर को धीमा कर सकती है। डिस्क डीफ़्रेग्मेंटर खंडित डाटा को फिर से व्यवस्थित करता है ताकि आपका हार्ड डिस्क अधिक कुशलता से काम कर सके। डिस्क डीफ़्रैगमेंटर एक शेड्यूल पर चलता है, लेकिन आप अपनी हार्ड डिस्क को मैन्युअल रूप से डीफ़्रैग्मेन्ट भी कर सकते हैं।

डिस्क डीफ़्रैगमेंट कैसे करें? How to defragmentation hard disk

सबसे पहले Start पर क्लिक करें। उसके बाद All Programs क्लिक करें। तत्पश्चात Accessories में System Tools पर क्लिक करें। इसमें Disk Defragmenter पर क्लिक करें। Disk Defragmenter के विंडो में आपके कंप्यूटर के हार्ड डिस्क के सभी भाग (ड्राइव) दिखाई देंगे। इन्हें बारी-बारी से Analyze करने के बाद Defragment करें। Defragment होने के बाद कंप्यूटर रिस्टार्ट होने पर आप देखेंगे कि पहले की अपेक्षा कंप्यूटर शीघ्र खुल गया। 

हार्ड डिस्क की साफ-सफाई करें (Cleanup hard disk)
अनावश्यक फाइलें कंप्यूटर के हार्ड डिस्क पर जगह घेरती हैं और इससे आपके कंप्यूटर की गति धीमी हो जाती है। Disk Cleanup अस्थायी फ़ाइलों को हटाता है, Recycle Bin को खाली करता है, तथा विभिन्न प्रकार की सिस्टम फ़ाइलों और अन्य अवांछित फाइलों को हटा देता है जिनकी आपको अब आवश्यकता नहीं है। यदि आप अपने कंप्यूटर की गति को बनाए रखना चाहते हैं तो समय-समय पर Disk Cleanup का प्रयोग करते रहें।

डिस्क क्लीनअप कैसे करें? How to cleanup the hard disk

सबसे पहले Start पर क्लिक करें। उसके बाद All Programs क्लिक करें। तत्पश्चात Accessories में System Tools पर क्लिक करें। इसमें Disk Cleanup पर क्लिक करें। Disk Cleanup के विंडो में आपके कंप्यूटर के हार्ड डिस्क के सभी भाग (ड्राइव) दिखाई देंगे। इन्हें बारी-बारी से Select करके साफ-सफाई करें। Disk Cleanup होने के बाद कंप्यूटर रिस्टार्ट होने पर आप देखेंगे कि पहले की अपेक्षा कंप्यूटर शीघ्र खुल गया।

एक समय में कई प्रोग्राम पर काम न करें Minimum program used at a time
कभी-कभी हम कंप्यूटर पर काम करते समय अनावश्यक रूप से एकसाथ कई प्रोग्राम खोलकर काम करते हैं। बहुत अधिक प्रोग्राम एकसाथ खुले होने से कंप्यूटर की मेमोरी खपत होती है और आपके कंप्यूटर की गति में बाधा पहुंचती है। इसलिए जहां तक हो सके, केवल उन्हीं प्रोग्राम को खोलें जिनकी अधिक आवश्यकता हो।

अनावश्यक विजुअल इफैक्ट्स को बंद करें Close Unnecessary visual effects
यदि आपका कंप्यूटर धीमा चल रहा है, तो आप इसके कुछ विजुअल इफैक्ट्स को अपने हिसाब से व्यवस्थित करके इसे गति प्रदान कर सकते हैं। इसके लिए आप चुन सकते हैं कि कौन से विज़ुअल इफेक्ट्स को एक-एक करके बंद करना है। वैसे सूची में 20 विजुअल इफैक्ट्स दिए गए हैं जिन्हें आप अपने हिसाब से व्यवस्थित कर सकते हैं। इन्हें व्यवस्थित करने के लिए 4 (चार) विकल्प दिए गए हैं-
1. Lets windows choose what’s best for my computer.
2. Adjust for best appearance.
3. Adjust for best performance.
4. Custom

विजुअल इफैक्ट्स व्यवस्थित कैसे करें?

सबसे पहले Start पर क्लिक करें। उसके बाद Control Panel के बाद Performance Information and Tools पर क्लिक करें। Performance Information and Tools पेज के दाईं ओर दिए गए Adjust visual effects पर क्लिक करें। क्लिक करने से Performance Option का एक नया पेज खुलता है। इसीमें दिए उपर्युक्त 4 (चार) विकल्प में से चयन करके विजुअल इफैक्ट्स व्यवस्थित कर सकते हैं।

एंटीस्पाईवेयर और एंटीवायरस का उपयोग करें (Use anti spyware & anti virus)
यदि आपके कंप्यूटर की गति धीमी है, तो संभव है कि यह वायरस या स्पाईवेयर से संक्रमित हो। यह अन्य समस्याओं की तरह सामान्य नहीं है, लेकिन अधिक चिंता की भी बात नहीं है। एक अच्छे एंटीस्पाईवेयर एवं एंटीवायरस इंस्टाल करें और उससे वायरस या स्पाईवेयर की जांच करें।

वायरस से निपटने का सबसे अच्छा तरीका उसे आगे बढ़ने से रोकना है। एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर को हमेशा  चलाएं और इसे अपडेट रखें। 

वर्चुअल मेमोरी का आकार बदलें Resize of virtual memory
यदि आपको चेतावनी मिलती है कि आपकी वर्चुअल मेमोरी कम है, तो आपको अपनी पेजिंग फ़ाइल का न्यूनतम आकार बढ़ाने की आवश्यकता होगी। इस संबंध में मेरा पिछला लेख देखें।


कंप्यूटर की मेमोरी बढ़ाएं Increase computer memory
सामान्यतः विंडोज 7 कंप्यूटर पर 1 गीगाबाइट (जीबी) रैम के साथ चलता है, लेकिन यदि 2 जीबी रैम हो तो यह बेहतर चलता है। अच्छी गति के लिए, इसे 3 जीबी या उससे अधिक तक बढ़ाया जा सकता है।

यदि आप इन युक्तियों को आज़माते हैं तो निश्चित रूप से आपके कंप्यूटर की गति को बढ़ाया जा सकता है।

आपको यह पोस्ट कैसी लगी? हमें जरूर बताइएगा। 

अच्छी लगने पर इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें. इस ब्लॉग की नवीनतम पोस्ट प्राप्त करने के लिए कृपया सब्सक्राइब करें। साथ ही आप इसे Facebook, Google+ या Twitter जैसे सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर शेयर करके इसे और लोगों तक पहुंचाने में हमारी मदद करे।

धन्यवाद

गुरुवार, 11 जुलाई 2019

Windows10 में हिंदी यूनिकोड सक्रिय कैसे करें

पिछली पोस्ट में मैेंने अपना एमएस विंडोज10 अपडेट करें और पाएं हिंदी में काम करने का नया टूल पर जो लेख लिखा था, उस पर हमारे कई कंप्यूटर यूजर मित्रो ने शिकायत की कि आप सबसे पहले Windows10 में हिंदी सक्रिय करने की विधि बताइए।

उनके आग्रह पर आज का यह पोस्ट उन मित्रो को ही समर्पित है।

सबसे पहले टास्कबार में Start बटन पर क्लिक करें.

फिर Settings पर क्लिक करें.

इसके पश्चात Time & Language पर क्लिक करें.

इसके पश्चात Region & Language में जाएं

Country or region में India करें.

इसके पश्चात हिंदी लाने के लिए Add a language पर क्लिक करें

खुली हुई विंडो में हिंदी को सेलेक्ट करें.

आप देखेंगे कि Language में हिंदी जुड़ गई है।

वापस डेस्कटाप पर आकर टास्कबार में EN पर क्लिक करेंगे तो आपको HI यानी Hindi (India) दिखेगा।

HI पर क्लिक कीजिए और Default में मिले Inscript keyboard के जरिए अब Windows 10  हिंदी में काम करने के लिए तैयार है.

आपको यह पोस्ट कैसी लगी? हमें जरूर बताइएगा। 

अच्छी लगने पर इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें. इस ब्लॉग की नवीनतम पोस्ट प्राप्त करने के लिए कृपया सब्सक्राइब करें। साथ ही आप इसे Facebook, Google+ या Twitter जैसे सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर शेयर करके इसे और लोगों तक पहुंचाने में हमारी मदद करे।

धन्यवाद,

बुधवार, 19 जून 2019

विंडोज10 में फोनेटिक टाइपिंग टूल कैसे इनेबल करें

एमएस विंडोज10 का नया संस्करण आ गया है। इसमें कई नए फीचर जुड़ गए हैं। इसका सबसे महत्वपूर्ण फीचर है- हिंदी का फोनेटिक की-बोर्ड। हिंदी के अलावे इस फोनेटिक की-बोर्ड के माध्यम से 10 भारतीय भाषाओं में भी टाइप किया जा सकता है, ऐसा कंपनी का दावा है। माइक्रोसॉफ्ट विंडोज 10 में यह फीचर जुड़वाने का पूरा श्रेय श्री बालेंदु शर्मा दाधीच को जाता है। श्री बालेन्दु शर्मा दाधीच  वर्षों से भारतीय भाषाओं के लिए कार्यरत सुपरिचित तकनीकविद हैं। वर्तमान में आप माइक्रोसॉफ्ट इंडिया में लोकलाइजेशन (स्थानीयकरण) प्रमुख का दायित्व संभाल रहे हैं।

कंपनी का यह मानना है कि इस फोनेटिक की-बोर्ड  से हमारी टाइपिंग गति में कम से कम 20% का सुधार हो सकेगा। यह अपडेट मई 2019 के अपडेट (19H1) का एक हिस्सा है। यह अपडेटेड फोनेटिक की-बोर्ड हिंदी, बंगला, तमिल, मराठी, पंजाबी, गुजराती, ओडिया, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम भाषाओं में उपलब्ध हैं। ये की-बोर्ड भारतीयों को उनकी मूल/पसंदीदा भाषाओं में काम करने की अनुमति देंगे।

Google voice typing tutorial के लिए कृपया इस लिंक पर क्लिक करें।

माइक्रोसॉफ्ट ने एक प्रेस नोट जारी किया है कि मौजूदा की-बोर्ड में पारंपरिक रूप से लिपिबद्ध अक्षरों का उपयोग करके उपयोगकर्ताओं के लिए अनूदित इंडिक टेक्स्ट को इनपुट करना आसान हो गया है। उदाहरण के लिए, यदि आप लैटिन वर्णों में 'Bharat' टाइप करते हैं, तो फोनेटिक कीबोर्ड सेट लक्ष्य भाषा के आधार पर भारत (Hindi), ভারত (Bangali), ભારત (Gujrati) या ਭਾਰਤ (Punjabi) को अंतिम आउटपुट ट्रांसलेट करेगा। अनुवाद के विपरीत, लिप्यंतरण स्वचालित रूप से पाठ को एक स्क्रिप्ट से दूसरी में परिवर्तित करता है।

हम आपको बता दें कि इस अपडेट से पहले, हम https://www.microsoft.com/en-in/bhashaindia/ की वेबसाइट  या तीसरे पक्ष के टूल से माइक्रोसॉफ्ट इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल (ILIT) के जरिए फोनेटिक या रेमिंग्टन की-बोर्ड डाउनलोड करके काम करते थे। अब माइक्रोसॉफ्ट विंडोज10 में फोनेटिक की-बोर्ड की सुविधा इनबिल्ट हो गई है। इसे केवल सक्रिय करने की आवश्यकता है।

इन्हें भी देखें

आइए! जाने कि कैसे अपने एमएस विंडोज 10 को अपडेट करना है और कैसे फोनेटिक की-बोर्ड सक्रिय करना है।सबसे पहले हम आपने विंडोज10 के संस्करण की जांच कर लें कि क्या वह 1903 का संस्करण है या नहीं। यदि वह 1903 संस्करण का नहीं है तो आपके विंडोज10 को अपडेट करने की आवश्यकता है।

तो सबसे Start से Setting पर क्लिक करें।


इसके बाद Windows setting में Update & Security पर क्लिक करें।

इसके बाद बाईं ओर Windows Update पर क्लिक करने से दाईं ओर आपके विंडोज का लेटेस्ट वर्जन दिख जाता है। यदि आपके विंडोज का वर्जन 1903 से कम है यानी जैसा कि चित्र में दिख रहा है कि इसका वर्जन 1803 है तो इसे अपडेट करने की आवश्यकता है।

विंडोज अपडेट करने के लिए Advanced Option पर क्लिक करें। इसके बाद Advanced Option के पेज पर दिए गए तीनों विकल्पों को ऑन कर दें।

जैसे ही आप इन तीनों विकल्पों को ऑन करते हैं तो आपका विंडोज अपडेट होना प्रारंभ हो जाएगा। नीचे दिए गए चित्र को देखें।

विंडोज10 को नए वर्जन 1903 में अपडेट होने में कुछ घंटे लग सकते हैं। इस दौरान आपका कंप्यूटर कई बार रिस्टार्ट होगा। अंत में 1903 वर्जन इंस्टाल होना शुरू कर देता है।

विंडोज10 का नया वर्जन 1903 इंटाल होने के बाद आप टास्कबार में जहां HI या EN लिखा है उस पर माउस कर्सर ले जाकर माउस का राइट बटन दबाएं। ऐसा करने से खुली मीनू में Setting पर क्लिक करें। इससे Setting पेज खुल जाता है।इसमें Language ऑप्शन पर Add a preferred language पर क्लिक करके हिंदी भाषा जोडे़ं।

हिंदी भाषा जुड़ने के बाद हिंदी पर क्लिक करें। इससे नीचे दिए गए OPTION बटन पर क्लिक करें।

OPTION पर क्लिक करने के बाद ADD Keyboard पर क्लिक करके HINDI PHONETIC की-बोर्ड जोड़ें।

लीजिए! आपका विंडोज10 अपडेट हो गया और साथ ही हिंदी फोनेटिक की-बोर्ड भी जुड़ गया। अब आप टास्कबार में हिंदी की-बोर्ड पर माउस से लेफ्ट क्लिक करके HINDI PHONETIC ऑप्शन सेलेक्ट करके फोनेटिक में काम कर सकेंगे।


अगर ये पोस्ट आपको अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें. इस ब्लॉग की नवीनतम पोस्ट प्राप्त करने के लिए कृपया सब्सक्राइब करें। साथ ही आप इसे Facebook, Google+ या Twitter जैसे सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर शेयर करके इसे और लोगों तक पहुंचाने में हमारी मदद करे।
धन्यवाद,

शनिवार, 17 मार्च 2018

कंप्यूटर की वर्चुअल मैमोरी कैसे बढ़ाएं?

वर्चुअल मैमोरी आपके कंप्यूटर के कार्यनिष्पादन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण कारक है। इस पोस्ट में मैं आपको इसी वर्चुअल मैमोरी के बारे में आपकी अपनी मातृभाषा हिंदी में सरलतम तरीके से बताने का प्रयास करूंगा। मैं अपने इस प्रयास में कितना सफल रहा? कृपया इस पर अपनी टिप्पणी से मेरा उत्साहवर्धन करने का कष्ट कीजिएगा। 


आप मेरे इस यूट्यूब चैनल को अवश्य सब्सक्राइब करें।

तो हम आज के विषय “कंप्यूटर की वर्चुअल मैमोरी कैसे बढ़ाएं?” पर आते हैं। 

वर्चुअल मैमोरी होती क्या है? 

दरअसल वर्चुअल मैमोरी किसी ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) की मैमोरी क्षमता होती है जो आपके कंप्यूटर के रैम (RAM) से HDD में डाटा को अस्थाई रूप से ट्रांसफर करते समय फिजिकल मैमोरी की कमी को पूरा करता है। 

जब हम कंप्यूटर में एक साथ कई अनुप्रयोगों (Applications) को खोलकर काम करते हैं तो आप महसूस करते होंगे कि आपके कंप्यूटर की गति कम हो गई है। जबकि केवल किसी एक अनुप्रयोग को खोलकर काम करने पर यह समस्या नहीं आती है। ऐसा क्यों होता है? कई अनुप्रयोगों को एक साथ खोलकर काम करने पर कंप्यूटर के वर्चुअल मैमोरी की कार्यक्षमता में अनावश्यक बोझ बढ़ जाने के कारण ही ऐसा होता है। 

हम वर्चुअल मैमोरी कार्यक्षमता को बढ़ा सकते हैं। 

यह कैसे होगा? 

क्या यह हम स्वयं कर सकते हैं? 

जी हां। आप स्वयं कर सकते हैं। आइए जाने। कैसे? 

यदि आप विडोज 7 के प्रयोक्ता हैं तो सबसे पहले Start पर जाएं- 


इसके बाद Control Panel पर क्लिक करें। 

इसके बाद System पर क्लिक करें। 

इसके पश्चात Advanced System Setting पर क्लिक करें। 

इसके पश्चात आपके इसके Performance के Setting पर क्लिक करें। 


Performance Option में तीन विकल्प दिए गए हैं- Visual Effects, Advanced और Data Execution Prevention. आपको Advanced पर क्लिक करके Virtual Memory में डिफॉल्ट में निर्धारित Total paging file size for all drives का साइज को बदलने के लिए Change पर क्लिक करना है। 

सबसे पहले ऑटोमैटिकली पेज निर्धारण साइज के सामने बने चैक को अनचैक करें। आप इसमें देखेंगे कि Minimum allowed – 16 MB, Recommended – 1521 MB और Currently allocated – 1024 MB दिया हुआ है। 
इसे आप Custom size में जाकर Recommended में दी गई साइज यानी 1521 MB को Intial size और Maximum size दोनों बाक्स में टाइप करके Set पर क्लिक कर दें। 

Set पर क्लिक करते ही आपको एक मैसेज आएगा कि जैसाकि आपने इसमें परिवर्तन किया है वह कंप्यूटर रिस्टार्ट करने पर परिवर्तित हो जाएगा। आप परिवर्तन चाहते हैं तो OK बटन पर क्लिक कर दें। 
लीजिए! जब आपका कंप्यूटर पुनः खुलेगा तो आपके कंप्यूटर की वर्चुअल मैमोरी आपकी अपेक्षानुसार बढ़ जाएगी। 

अगर ये पोस्ट आपको अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें. इस ब्लॉग की नवीनतम पोस्ट प्राप्त करने के लिए कृपया सब्सक्राइब करें। साथ ही आप इसे Facebook, Google+ या Twitter जैसे सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर शेयर करके इसे और लोगों तक पहुंचाने में हमारी मदद करें. 

धन्यवाद 

शनिवार, 10 मार्च 2018

कंप्यूटर की-बोर्ड एवं माउस लॉक कैसे करें

मेरे कई मित्रो ने मुझसे सुझाव मांगा है कि ऑफिस में या घर पर वे कंप्यूटर पर कुछ महत्वपूर्ण कार्य कर रहे होते हैं और कार्य करने के दौरान ही उन्हें किसी आवश्यक कार्यवश थोड़ी देर के लिए कंप्यूटर छोड़कर जाना पड़ जाता है तो उनके मन में यह आशंका बनी रहती है कि कोई उनकी खुली फाइल के साथ छेड़छाड़ न कर दे। ऐसी आशंका से बचने के लिए वे क्या करें?

कृपया मेरा Youtube Channel Subscribe करें।


ऐसे मित्रो के लिए मेरा स्पष्ट सुझाव है कि यदि वे चाहते हैं कि कोई भी व्यक्ति उनके कार्य को उनके कंप्यूटर छोड़कर जाने के बाद न तो देख सके और न ही उसमें कोई छेड़छाड़ कर सके तो वे कंप्यूटर छोड़ जाने से पूर्व Window key + L दबाकर विंडोज को लॉक करके ही जाएं। ध्यान रहे कि आपका कंप्यूटर पासवर्डयुक्त (Password Protected) होना चाहिए, ताकि कंप्यूटर को पुनः खोले जाने पर बिना पासवर्ड डाले न खुले।


इसके अलावा, यदि आपका कार्य गोपनीय किस्म का नहीं है और आप चाहते है कि कोई भी व्यक्ति उस कार्य को देख तो सके परन्तु उसे संपादित (एडिट) न कर सके या उसमें छेड़छाड़ न कर सके तो इसका एक ही विकल्प है कि आप की-बोर्ड और माउस की गतिविधियों को बंद कर दें। यानी स्क्रीन पर सामग्री दिख तो सके परन्तु माउस या की-बोर्ड के माध्यम से संपादित (एडिट) न हो सके। मतलब की-बोर्ड और माउस अपना काम करने में अक्षम हो जाए। 

मन में यह सवाल अवश्य उठता है कि यह कार्य कैसे होगा? 

क्या यह प्रणाली कंप्यूटर में इनबिल्ट है या किसी बाहरी सॉफ्टवेयर की मदद से होगा? 

अवश्य। यह सवाल उठना स्वभाविक है। आज का हमारा विषय भी यही है कि यदि आप चाहते है कि कोई भी व्यक्ति आपके कार्य को देख तो सके परन्तु उसे संपादित (एडिट) न कर सके या छेड़छाड़ न कर सके तो आपको की-बोर्ड और माउस की गतिविधियों को बंद करना होगा। यह सिस्टम कंप्यूटर में इनबिल्ट नहीं है, बल्कि इसके लिए आपको इंटरनेट पर उपलब्ध किसी सॉफ्टवेयर की मदद लेनी होगी। 

इंटरनेट पर इस कार्य के लिए वैसे तो कई सॉफ्टवेयर मौजूद हैं, जो आपके कंप्यूटर के की-बोर्ड और माउस को लॉक करके आपके कंप्यूटर में किए गए कार्य को अवांछित हस्तक्षेप से बचाता है। आइए! आज हम ऐसे ही एक सॉफ्टवेयर के बारे बताते हैः-

ब्लूलाइफ़ कीफ्रीज़ (BlueLife KeyFreeze)

जी हां। ब्लूलाइफ़ कीफ्रीज आपको यह सुविधा उपलब्ध कराएगा। इसे डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें। 


इसके बाद नीचे खुले विंडो में डाउनलोड पर क्लिक करें

जैसे ही क्लिक करते हैं तो वह डाउनलोड की लोकेशन पूछता है कि किस लोकेशन से आप यह सॉफ्टवेयर डाउनलोड करना चाहते हैं।

मेरा सुझाव है कि आप ऊपर दिए गए चित्र के अनुसार Softpedia Secure Download (US) के माध्यम से यह सॉफ्टवेयर डाउनलोड करें क्योंकि यह सुरक्षित और आसान है। इस लिंक पर क्लिक करने पर इस सॉफ्टवेयर (KeyFreeze) की जिप फाइल डाउनलोड हो जाएगी।
इस जिप फाइल को अनजिप करने के बाद इसके एप्लिकेशन फाइल पर क्लिक करना होता है।
जैसे ही एप्लिकेशन पर क्लिक करते तो खुली विंडो में आपको दो विकल्प मिलते हैं। पहला Extract All और दूसरा Run. यानी या तो आप इसे Extract All करें या इसे Run कराएं। 
पहला विकल्प Extract All का चयन करने पर यह सॉफ्टवेयर आपके कंप्यूटर में डाउनलोड हो जाएगा। इसे डाउनलोड करने के लिए अपने कंप्यूटर की लोकेशन दें जहां इस सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करना चाहते हैं। डाउनलोड करने के बाद इसे रन करा दें। यदि आप इस सॉफ्टवेयर की पूरी फाइल को डाउनलोड किए बिना ही रन कराना चाहते हैं तो आप दूसरे विकल्प Run का चयन करें। 
सॉफ्टवेयर रन हो जाने के बाद यह आपके कंप्यूटर की सिस्टम ट्रे में ताले (Lock) के चित्र जैसा दिखाई देने लगेगा। इस इमेज (चित्र-1) पर माउस का राइट क्लिक करने पर एक मीनू (चित्र-2) प्रकट होता है। इसमें Option पर क्लिक करने एक नया विंडो (चित्र-3) खुलता है। इसमें आपको कई विकल्प दिखाई देंगे। वैसे डिफाल्ट में की-बोर्ड और माउस को लॉक या अनलॉक करने के लिए Ctrl + Alt + F एकसाथ दबाना होता है। मेरा सुझाव है कि आप इस Hotkey को अपने हिसाब से अवश्य बदल लें। आप चाहें तो अपने माउस पॉइंटर को भी छुपा (Hide कर) सकते हैं। इसके अलावा, आपने सिस्टम में यह विकल्प भी दे सकते हैं कि जब आपका सिस्टम फलां मिनट तक आइडल हो तो की-बोर्ड और माउस अपने आप लॉक हो जाएं। इन सब विकल्पों को परिवर्तित करने के बाद नीचे दिए गए बटन Apply Options पर जरूर क्लिक करें।
लीजिए! आपके कंप्यूटर में यह सॉफ्टवेयर सफलतापूर्वक काम करने लगा है। अब आप डिफाल्ट में बनी हॉटकी या आपके द्वारा बनाई गई हॉटकी के माध्यम से की-बोर्ड और माउस को लॉक करके निश्चित होकर अपने कंप्यूटर छोड़कर कहीं जा सकते हैं। कोई भी व्यक्ति आपकी सामग्री में छेड़छाड़ नहीं कर सकता है जब तक कि आप उसे हॉटकी (Hotkey) की जानकारी नहीं देते हैं। अनलॉक करने के लिए भी वही हॉटकी का प्रयोग किया जाएगा जो लॉक करने के लिए है।

अगर ये पोस्ट आपको अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें. अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें।

इस ब्लॉग की नवीनतम पोस्ट प्राप्त करने के लिए कृपया सब्सक्राइब करें। साथ ही आप इसे Facebook, Google+ या Twitter जैसे सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर शेयर करके इसे और लोगों तक पहुंचाने में हमारी मदद करें. 

धन्यवाद

बुधवार, 24 जनवरी 2018

कंप्यूटर की फंक्शन-की और इनकी उपयोगिता

कंप्यूटर में की-बोर्ड एक बेहद महत्‍वपूर्ण आउटपुट डिवाइस है। इसी की-बोर्ड में ऊपर की लाइन में 12 फंक्शन कीज होती हैं जो क्रमश F1 से F12 होती है। आईये! इन फंक्शन कीज के उपयोग के बारे में जानते हैं ।

F1 - किसी भी सॉफ्टवेयर का Help and Support center ओपन करने के लिए उपयोग किया जाता है।





F2 - किसी भी फाइल या फोल्डर पर माउस से क्लिक करके F2 दबाने से उस फाइल या फोल्डर को पुनर्नामांकन (Rename) किया जाता है। 

F3 - कंप्‍यूटर में या इंटरनेट पर किसी भी जगह से F3 दबाने से search विकल्प खुल जाता है।

F4 - इसको Alt के साथ दबाने करने से खुला हुए कोई भी सॉफ्टवेयर या फाइल/फोल्डर बन्द हो जाता है अगर आप इसे डेस्‍कटॉप पर Alt+ F4 दबायेगें तो shutdown का आप्‍शन खुल जाता है। 

F5 - इसको दबाने से कार्यरत विंडो या एप्‍लीकेशन refresh की जा सकती है। ब्राउजर refresh करने के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है।
F6 - इसे ब्राउजर में प्रयोग करने से कर्सर सीधा address bar में ले जाया जाता है।

F7 - इसका इस्तेमाल वर्ड-एक्‍सल जैसी एप्‍लीकेशन में ग्रामर के लिए होता है। 



F8 - विंडोज install करते समय इस की का प्रयोग किया जाता है, इससे बूट वगैरह किया जाता है।

F9 - इसका इस्तेमाल माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक में ईमेल भेजने के लिए किया जाता है। 
F10 - इससे वर्ड-एक्‍सल जैसी एप्‍लीकेशन में मीनू सेलेक्ट हो जाता है और ऐरो कीज या वांछित अक्षर को दबाकर मीनू खोला जाता है। 

F11 - ब्राउजर और बहुत सी एप्‍लीकेशन को Full Screen Mode में चलाने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। 

F12 - इसे दबाकर Save as खुल जाता और Ctrl+F12 को एक साथ दबाने से आप पहले से बनी फाइल को खोल सकते हैं।



अगर ये पोस्ट आपको अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें. आप इसे Facebook, Google+ या Twitter जैसे सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर शेयर करके इसे और लोगों तक पहुचाने में हमारी मदद करें. धन्यवाद