तकनीकी समाधान लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
तकनीकी समाधान लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

बुधवार, 6 अक्तूबर 2021

एक क्लिक पर अंकों को हिंदी, अंग्रेजी एवं गुजराती शब्दों में बदलें

02 अक्टूबर, 2021 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर हिंदी और तकनीकी समूह के तत्वावधान में एक वर्चुअल संगोष्ठी आयोजित की गई। इसमें श्री ओ. पी. अग्रवाल, तकनीकविद् और उनकी टीम द्वारा बनाए गए एमएस वर्ड के मैक्रो और एमएस एक्सल के एड-इन का शानदार तरीके से लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर देश-विदेश से अनेक तकनीकविद् और राजभाषा प्रेमी जुडे़।

इस मैक्रो और एड-इन को क्रमशः अपने एमएस वर्ड एवं एमएस एक्सल में बताई गई विधि से जोड़कर हम ग्यारह (11) अंकों तक की संख्या को बस एक क्लिक पर देवनागरी हिंदी, अंग्रेजी एवं गुजराती के शब्दों में बदल सकते हैं। नीचे दिए गए वीडियो को शुरू से अंत तक देखें और इसमें श्री ओ. पी. अग्रवाल जी द्वारा बताई गई विधि को अवश्य नोट करते जाएं। इस वीडियो के विवरण (Description) में मैक्रो और एड-इन का लिंक दे दिया गया है। उसे बताई गई विधि द्वारा अपने कंप्यूटर में डाउनलोड करके एमएस वर्ड में मैक्रो और एमएस एक्सल में एड-इन को जोड़ना है। एकबार आप इसे जोड़ लेते हैं तो मेरा दावा है कि आप इसका प्रयोग करके अपने कार्यालय या अपने समूह में स्मार्ट कंप्यूटर प्रयोक्ता के रूप में पहचान बना सकते हैं।


नम्र अनुरोध
मेरे इस यूट्यूब चैनल को अवश्य सबस्क्राइब कर लें। इस चैनल पर आपको समय-समय पर कंप्यूटर के अनेक टिप्स और ट्रिक्स मिलेंगे। सबस्क्राइब न करने की दशा में आप उसका लाभ लेने से चूक सकते हैं।

इस पोस्ट को अपने अन्य कंप्यूटर प्रयोक्ता मित्रों को जरूर शेयर करें।



शनिवार, 7 अगस्त 2021

ब्लॉग पोस्ट को कॉपी होने से कैसे बचाएं

लगभग सभी ब्लॉगरों के समक्ष एक समस्या आ रही है, वह है उनके कंटेंट की चोरी। मेरे कई ब्लॉगर मित्र यह जानना चाहते हैं कि वे अपने ब्लॉग के कंटेंट को बिना उनकी अनुमति के कॉपी किए जाने से कैसे बचा सकते हैं? 

यह समस्या तो जटिल है, पर उपाय काफी आसान है।

कहा यही जाता है कि सावधानी ही सबसे उत्तम उपाय है।

कंटेंट को कॉपी होने से बचाने के लिए एक निवारक कोड (Preventive Code) है, उसे अपने ब्लॉग पर लगाकर आप कंटेंट सेलेक्शन विकल्प को अक्षम कर सकते हैं। इससे पूर्व मेरा ब्लॉग कॉपी करने के लिए ओपन था। जब मुझे महसूस हुआ कि बाकई कोई आपके कंटेंट की चोरी कर सकता है, तो इस कोड को लगाकर अपने ब्लॉग को कॉपी करने के लिए सेलेक्शन विकल्प को अक्षम करना पड़ा।

आइए! जानते है कि कैसे हम इस निवारक कोड (Preventive Code) को अपने ब्लॉग पर लगाएंगे...

तो सबसे पहले अपने ब्लॉग के Layout पर जाएं।


उसके बाद Add a Gadget पर क्लिक करें।


इसमें आप HTML/JavaScript को क्लिक करें।


इसमें आप Content में जाएं।


और इस निवारक कोड (Preventive Code) को लिखने के बाद नीचे दिए गए Save बटन पर क्लिक कर दें।


और अंत में दायीं ओर सबसे नीचे बने Save आइकन पर क्लिक कर दें।


लीजिए ! अब आपके ब्लॉग के कंटेंट को कोई सामान्य रूप से सेलेक्ट करके कॉपी नहीं कर सकता है। 

परन्तु अब भी आप पूर्णतः चोरीमुक्ति से आश्वस्त न हो। इस उपाय को आप इस तरह समझ सकते हैं कि जैसे हम घर में ताला लगाकर बाहर किसी काम से चले जाते हैं और आश्वस्त रहते हैं कि घर में ताला लगा है। परन्तु चोरों के लिए यह ताला-वाला कोई मायने नहीं रखता है। उनके पास कई औजार होते हैं ताला खोलने के लिए। आजकल तकनीक काफी उन्नत हो चुकी है। ऐसे कंटेंट कॉपी करने के साहित्य चोरों के पास कई उपकरण उपलब्ध हो चुके हैं। उसके बारे में मेरे अगली पोस्ट का इंतजार कीजिए।

इस पोस्ट पर आपके कमेंट्स की प्रतीक्षा रहेगी।


 

शनिवार, 5 जून 2021

वनड्राइव के ऑटो सिंक को कैसे रोकें

आज हमारे तकनीकी समूह में एक सदस्य ने प्रश्न किया कि एमएस ऑफिस की जब भी कोई फाइल खोली जा रही है और डाटा फीड किया जा रहा है तो वह स्वयमेव वनड्राइव में सेव हो रहा है। बार बार सेटिंग में जाकर वन ड्राइव क्लोज करना पड़ रहा है। कृपया समाधान बताएं।

तो आज हमारी पोस्ट इसी विषय को लेकर है।

उपर्युक्त प्रश्न का उत्तर अंत में दिया गया है।
How to stop auto sync onedrive
सबसे पहले हम जाने कि वनड्राइव क्या है?

वनड्राइव एक इंटरनेट-आधारित स्टोरेज प्लेटफॉर्म है, जिसमें माइक्रोसॉफ्ट द्वारा माइक्रोसॉफ्ट अकाउंट वाले किसी भी व्यक्ति को मुफ्त में 5 जीबी तक स्पेस की पेशकश की जाती है। इसे आप क्लाउड में एक हार्ड ड्राइव के रूप में जानें, जिसमें आप कुछ अतिरिक्त लाभों के साथ साझा कर सकते हैं। विंडोज 10 में वनड्राइव संलग्न है।

आप एमएस ऑफिस के अनुप्रयोगों (Applications) और वनड्राइव में फ़ाइलों को सह-संपादित और साझा कर सकते हैं। एमएस ऑफिस पर किए गए कार्य वनड्राइव में एक साथ काम करते हैं और सेव होते हैं। इसके अलावा वनड्राइव एक ही समय में अन्य लोगों के साथ साझा किए गए दस्तावेज़ों पर भी काम करने की सुविधा देते हैं।

अधिकांशतः एमएस ऑफिस स्वचालित रूप से वनड्राइव में सहेजी गई एमएस ऑफिस की फ़ाइलों में किए जाने वाले परिवर्तनों को सहेज लेता है। कभी-कभार, यदि कोई एमएस ऑफिस का कोई अनुप्रयोग (Application) अनपेक्षित रूप से बंद हो जाता है, या विभिन्न उपकरणों से किए गए परिवर्तनों को सहेज नहीं पाता है, तो इसे सिंक विरोध (Sync Conflicts) कहेंगे। यदि आप परिवर्तनों के ठीक से सहेजने संबंधी समस्‍याओं का सामना करते हैं, तो ऐसी स्थिति में वनड्राइव में अपनी समन्‍वयन सेटिंग (Synchronize Setting) को बदलना होगा।
विंडोज टास्कबार में सफेद या नीले वनड्राइव क्लाउड आइकन का चयन करें।
Help & Settings पर क्लिक करें।
Settings पर क्लिक करें।
Office पर क्लिक करें।
खोली गई एमएस ऑफिस फ़ाइलों को सिंक करने के लिए ऑफिस अनुप्रयोगों का उपयोग करें (Use Office applications to sync Office files that I open), सामने बने बॉक्स को चेक करें।
उपर्युक्त बॉक्स चेक करने के बाद Sync Conflicts खुल जाता है। इसमें पहला विकल्प है कि परिवर्तनों को मर्ज करने या दोनों प्रतियां रखने का विकल्प चुनने दें। यदि आप इस विकल्प का चुनाव करते हैं, तो जब भी आपके पास परस्पर विरोधी परिवर्तनों वाली Word, Excel या PowerPoint फ़ाइल आती है, तो वनड्राइव आपसे पूछेगा कि क्या आप परिवर्तनों को मर्ज करने के लिए एमएस ऑफिस में फ़ाइल खोलना चाहते हैं, या दोनों प्रतिलिपियाँ रखना चाहते हैं।
दूसरा विकल्प है कि सदैव दोनों प्रतियां रखें (इस कंप्यूटर पर प्रति का नाम बदलें)। यदि आप इस विकल्प का चुनाव करते हैं, तो वनड्राइव फ़ाइल की दोनों प्रतियाँ रखता है और फ़ाइल नाम में कंप्यूटर का नाम जोड़ने के लिए आपके कंप्यूटर पर प्रतिलिपि का नाम बदल देता है।

अब आज के प्रश्न का उत्तर


एमएस ऑफिस की फ़ाइलों को सिंक होने से बंद करने के लिए आपको सिर्फ एक क्लिक करना होगा और आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा।
“खोली गई ऑफिस फ़ाइलों को सिंक करने के लिए ऑफिस अनुप्रयोगों का उपयोग करें” इसके सामने बने बॉक्स को अनचेक कर दें।

विशेष ध्यान देने योग्य


यदि आप इस सेटिंग को बंद कर देते हैं, तो ऑफिस फाइलों के विभिन्न संस्करणों के परिवर्तनों को आप स्वचालित रूप से मर्ज नहीं कर पाएंगे। इससे पहले कि आप किसी फ़ाइल को सीधे किसी ऑफिस डेस्कटॉप ऐप से साझा कर सकें, आपको फ़ाइल की एक नई प्रति अपलोड करने के लिए भी कहा जाएगा।

यह पोस्ट आपको कैसी लगी अपने अन्य मित्रो को शेयर करे और अपनी टिप्पणी अवश्य दें।

बुधवार, 2 जून 2021

तकनीक का प्रयोग कर कैसे रहे मस्त

पिछले वर्ष से ही लोग लॉकडाउन की स्थिति से दो-चार हो रहे हैं। वे घर में बंद है। उनकी सामाजिक दूरियां बढ़ गई हैं। कहीं किसी रिश्तेदार, दोस्त, परिवार के दूरस्थ सदस्यों से मिलना-जुलना भी लगभग बंद है। ऐसे में हम मानसिक और भावनात्मक रूप से कमजोर पड़ते जा रहै हैं। वर्तमान स्थितियों में घर पर रहना, खाना और सोना। इसके अलावा कुछ भी नहीं करना। अधिकांश लोगों की स्थिति यही है। उनमें से कुछ लोग ऐसे भी हैं जो घर से काम (वर्क फ्राम होम) करते हैं और कुछ अपने कार्यालय जाते हैं। 

हमने पढ़ा है कि खेल (गेम) ही है जो हमें मानसिक रूप से मजबूत बनाता है। आउटडोर गेम पर तो बंदिश है। फिर एक इनडोर खेल ही रह जाता है जिसे हम अकेले या घर के सदस्यों के साथ खेल सकते हैं और अपना मनोरंजन करने के साथ ही अपने को मानसिक रूप से मजबूत बना सकते हैं। 

आज के इस मोबाइल क्रांति के दौर में सबके पास अपना एक अलग मोबाइल फोन है। फोन भी पुराने जमाने का बटन वाला नहीं, बल्कि टच स्क्रीन वाला है। उसमें सोशल मीडिया एप के साथ ही गेमिंग एप भी डिफाल्ट में मिलते हैं। कुछ गेम तो ऐसे हैं जो हमें अवसाद से उबारने वाले होते हैं और मानसिक रूप से मजबूत करने होते हैं। हमारे मूड को तरोतोजा करने वाले होते हैं तो कुछ गेम ऐसे भी हैं जो हमारी स्मरण शक्ति को बढ़ाते हैं।  इससे हमारी कम्युनिकेशन स्किल बढ़ती है। ऑनलाइन गेम में हम नए-नए लोगों से जुड़ सकते हैं और अपना एक सामाजिक समुदाय बना सकते हैं। इन ऑनलाइन गेम खेलने वालों के लिए उम्र कोई मायने नहीं रखती है किसी भी उम्र के लोग ये गेम खेल सकते हैं।

आइए ! आज ऑनलाइन गेम के कुछ फायदे आपको बता दें।

तनाव को दूर कर तरोताजा बनाने में सहायक

गेम खेलकर हम तनाव से दूर रह सकते हैं क्योंकि गेम खेलते समय हम अपने सभी दुखों को भूल जाते हैं। घर में बैठे-बैठे बोर होने के बाद हम अपने को थका हुआ सा महसूस करते हैं। ऐसे समय में ये गेम खेलकर हमें खुशी महसूस होती है। 

मस्तिष्क की क्षमता बढ़ाने में सहायक

शतरंज, पहेली और भी कई गेम हैं, जिसे खेलकर हम अपनी मस्तिष्क की शक्ति में वृद्धि कर सकते है। जब हम ये गेम खेल रहे होते हैं तो हमारा मस्तिष्क नई समस्याओं से लड़ना सीख रहा होता है। क्योंकि गेम्स में भी वास्तविक जिंदगी जैसी कई स्थितियां होती हैं।

रचनात्मकता में बढ़ावा देने में सहायक

जब हम कोई गेम खेल रहे होते हैं तो हम उसमें कुछ नयापन लाने का प्रयास करते हैं। आपके मस्तिष्क में एक ही काम करने के लिए कई अलग-अलग विचार बनते हैं। इससे हमारा रचनात्मकता का स्तर बढ़ता है। 

दूसरों से भावनात्मक जुड़ाव में सहायक

गेम हमें दूसरों के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ने में सहायक होता है क्योंकि जब हम किसी अजनबी के साथ गेम खेलते हैं तो हम उसकी मदद करते हैं और उसके साथ अच्छी तरह से बात करते हैं। इससे नए दोस्त बनाने के साथ ही नए व्यावसायिक संबंध बनाने में भी मदद मिल सकती है।

तरोताजा और ऊर्जावान बनाए रखने में सहायक

गेम हमें तरोताजा और ऊर्जावान बनाता है। यह हमें बीमारी से दूर रखता है। इससे हम अपने सभी कार्यों को ठीक से करने में सक्षम होते हैं। लॉकडाउन के दौरान हमें अपने को तरोताजा और ऊर्जावान बनाए रखना होगा तभी हम कोरोना जैसी बीमारी से बचे रह सकते हैं।

त्वरित निर्णय लेने में सहायक

यह देखा गया है कि जो लोग गेम खेलते हैं, उनका दिमाग हमेशा सक्रिय रहता है, क्योंकि वे कई स्थितियों को संभालते हैं। कई स्थितियों में वे त्वरित निर्णय लेते हैं।

अवसाद से मुक्त रखने में सहायक

अंत में यही कहना चाहूंगा कि गेम हमें अवसाद से मुक्त रखता है क्योंकि गेम खेलने के समय हम अपने दुखों को भूल जाते हैं और सिर्फ उस पल का आनंद लेते हैं।

अपने अन्य मित्रो को शेयर करे और अपनी टिप्पणी अवश्य दें।


रविवार, 23 मई 2021

हिंदी यूनीकोड में ई-पब्लिशिंग और ई-पत्रिका कैसे तैयार करें?

नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, खड़गपुर, तकनीकी समाधान, कंप्यूटर टिप्स एंड ट्रिक्स तथा हिंदी और तकनीक समूह के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार 22 मई, 2021 को वर्चुअल माध्यम से एक तकनीकी संगोष्ठी आयोजित हुई। इसमें मेरे द्वारा हिंदी यूनीकोड में ई-पब्लिशिंग और ई-पत्रिका कैसे तैयार करें विषय पर विस्तृत जानकारी दी गई। संगोष्ठी की रिकार्डिंग मेरे सभी पाठकों के लिए उपलब्ध है।

इस वीडियो को देखकर आप आसानी से अपने ई-पत्र और ई-पत्रिकाएं डिजाइन कर सकते हैं।


इसका प्रयोग आप स्वयं करके देखिए और यदि अच्छा लगे तो अपने अन्य मित्रो को शेयर करे और अपनी टिप्पणी अवश्य दें।

गुरुवार, 13 मई 2021

ऑडियो/वीडियो फाइल को टेक्स्ट में कैसे बदलें

राजभाषा विभाग में काम करने के दौरान हमें उच्चस्तरीय बैठकों का आयोजन, साहित्यिक/तकनीकी गोष्ठियों, हिंदी कार्यशालाओं का आयोजन करना पड़ता ही है। हिंदी बैठकों का कार्यवृत्त तैयार करने अथवा गोष्ठियों की रिपोर्ट तैयार करने के लिए कार्यक्रम की ऑडियो या वीडियो रिकार्डिंग को बार-बार रिप्ले करके सुनना और फिर उसे लिपिबद्ध करना कठिन कार्य जैसा लगता है। कितना ही अच्छा होता कि कार्यक्रम की ऑडियो या वीडियो रिकार्डिंग में बोले गए शब्द लिपिबद्ध रूप में तैयार हो जाते।

आज के इस तकनीकी युग में सब कुछ संभव है। बस चाहने की बात है। इस बात की चर्चा हमारे हिंदी और तकनीक समूह में चली तो आई.टी के क्षेत्र में करीब 50 वर्ष से काम कर रहे भारतीय रिजर्व बैंक के सेवानिवृत्त अधिकारी श्री ओ. पी. अग्रवाल जी ने जो तकनीक बताई, वह मैं इस पोस्ट द्वारा अपने सभी पाठकों को चित्रों के माध्यम से और फिर श्री ओ. पी. अग्रवाल जी के वीडियो के माध्यम से जानकारी देने का प्रयास कर रहा हूं।

हमें सबसे पहले अपने कंप्यूटर के साउंड सेक्शन में बदलाव करना है। 

इसे कैसे करना है?

आइए! चरणबद्ध तरीके से बताते हैं।

सबसे पहले कंप्यूटर स्क्रीन में नीचे वाली पट्टी, जिसे टास्कबार कहते हैं, उसके स्पीकर पर जाएं।


स्पीकर के आइकन पर माउस से राइट क्लिक करें। ऐसा करने पर एक मीनू खुलता है। उसमें Open Sound Setting पर क्लिक करें।


इसके बाद खुले विंडो में दायीं ओर उपलब्ध Sound Control Panel पर क्लिक करें।

Sound Control Panel पर क्लिक करने पर  Sound Setting का विंडो खुलता है। इसमें दिए गए Recording टैब पर क्लिक करके Stereo Mix पर जाना है। यदि आपके विंडो में Stereo Mix नहीं दिख रहा है तो माउस से राइट क्लिक करके Show Disabled Devices को चैक करने पर Stereo Mix दिखने लगेगा। 
ऊपर के चित्र में आपको Microphone के सामने हरे रंग से सही का निशान दिख रहा होगा। Microphone को माउस की सहायता से Disabled कर दें। ऐसा करने से अब यह सही का निशान Stereo Mix पर दिखने लगेगा।

OK पर क्लिक करके उसे बंद कर दें। अब आप क्रोम ब्राउजर के माध्यम से या तो अपने गूगल खाते के जरिए
https://docs.google.com/document पर जाकर वायस टाइपिंग पेज पर जाएंं या गूगल सर्चबार पर https://dictation.io टाइप करें। यह दोनों ही वायस टाइपिंग करते हैं।

मैं आपको https://dictation.io पर ऑडियो/वीडियो से टेक्सट टाइपिंग बताता हूं। तो सबसे पहले इस साइट पर जाएं और Launch Dictation पर क्लिक करें।

इसके बाद भाषा विकल्प में हिंदी भाषा का चयन कर लें।

हिंदी भाषा चयन करने के बाद जिस ऑडियो या वीडियो का टेक्सट लिपिबद्ध करना है उसे खोलें। जैसा कि नमूने के रूप में मैं अपने यूट्यूब चैनल से एक वीडियो से टैक्सट लिपिबद्ध कर रहा हूं। उस वीडियो को खोलता हूं।

 
अब पुनः Dictation वाले पेज को खोल Start बटन को दबाना है और वीडियो या ऑडियो को प्ले करना है। जैसे ही आप Start बटन दबाते है, आप देखेंगे कि ऑडियो या वीडियो में जो भी कहा जा रहा है वह यहां लिपिबद्ध हो रहा है। यहां आपको बता दैं कि आपके कमरे में आने वाली बाहरी बातचीत से इस लिपिकरण में कोई व्यवधान नहीं आती है। इसका कारण है कि माइक्रोफोन का Disabled होना।

 लीजिए ! आपके ऑडियो या वीडियो फाइल में दर्ज आवाज का लिपिकरण हो गया।
ध्यान देने योग्य विशेष बात- लिपिकरण करने के बाद कंप्यूटर के साउंड सेटिंग को पुनः बदल कर माइक्रोफोन Enabled वाली पोजीशन में जरूर ले आएं।

यदि आपको चित्रों के माध्यम से समझने में कोई बाधा आ रही है तो नीचे दिए गए वीडियो पर जाकर इस पूरी प्रक्रिया को आदरणीय श्री ओ. पी. अग्रवाल जी के श्रीमुख से जरूर सुन व देख लें।


इसका प्रयोग आप स्वयं करके देखिए और यदि अच्छा लगे तो अपने अन्य मित्रो को शेयर करे और अपनी टिप्पणी अवश्य दें।

बुधवार, 28 अप्रैल 2021

एमएस एक्सल के मीनू बार में Developer कैसे दिखाएं?

जब भी हम MS Excel की नई फाइल खोलते हैं तो आपको डिफाल्ट में जो मीनू दिखता है, उसमें File,  Home, Insert, Page Layout, Formulas, Data, Review और View Tab ही दिखते हैं। इसमें आपको Developer Tab नहीं दिखता है। यह छुपा हुआ रहता है। इसें हम अपने मीनू में कैसे शामिल करें। आज की पोस्ट इसी विषय पर हैं। यह एमएस एक्सल 2016 पर आधारित है। वैसे देखा जाए तो 2007 संस्करण के बाद आपको इसी तरह का मिलता-जुलता मीनू देखने को मिलेगा।

एमएस एक्सल की फाइल के मीनू में Developer शामिल करने के लिए दो तरह से आप कर सकते हैं :-
1.    File > Option > Cutomize Ribbon > Main Tab > Developer के सामने बने बॉक्स को चेक करने के बाद OK दबा दें।

2.    Home > Right click > Cutomize Ribbon > Main Tab > Developer के सामने बने बॉक्स को चेक करने के बाद OK दबा दें।

Ok बटन दबाने के बाद आपके मीनू बार में Developer दिखने लगेगा।

इसका प्रयोग आप स्वयं करके देखिए और यदि अच्छा लगे तो अपने अन्य मित्रो को शेयर करे और अपनी टिप्पणी अवश्य दें।

शनिवार, 13 मार्च 2021

जीमेल स्टोरेज क्षमता को कैसे मेंटेन रखें

आज की यह पोस्ट कंप्यूटर विशेषज्ञ श्री ओ. पी. अग्रवाल जी से हुई चर्चा और उनके अनुभव के आधार पर प्रस्तुत हैं कि कैसे हम अपने Gmail account की स्टोरेज क्षमता को मेंटेन कर सकते हैं।

दोस्तो, आपको मालूम ही होगा कि जब भी हम अपना कोई नया Gmail account बनाते हैं तो हमें उस अकाउंट पर 15 GB की स्टोरेज स्पेस मिलती है, जो मुख्यतः Gmail, Google Photos और Google Drive तीनों की जगह (Space) का जोड़ होती है।

पहले हम Gmail की बात करते हैं। 

Gmail में जो भरी हुई जगह होती है वो Inbox, Sent, Drafts, Spam एवं Trash का सम्मिलित रूप होती है। 

यदि हम Spam, बेकार के Drafts और Trash को समय-समय पर Delete करें तो हमें पर्याप्त स्टोरेज मिल जाएगी। इसके अलावा, हम Sent Folders को भी हाल ही में भेजी गई फाइलों को छोड़ कर बाकी Delete करके भी पर्याप्त स्टोरेज पा सकते हैं। हाँ, यह याद रखने की बात है कि अक्सर हम खुद को भी खुद से Email भेज देते हैं तो ऐसी ईमेल को Sent फोल्डर से Delete नहीं करना है अन्यथा ऐसी ईमेल Inbox से भी Delete हो जायेगी।

चूंकि Gmail में अपने ईमेल को उनकी साइज के हिसाब से व्यवस्थित करने की सुविधा उपलब्ध नहीं है, इसलिए Gmail के सर्च बॉक्स में अनावश्यक बड़े साइज वाले अटैचमेंट ईमेल को ढूंढ कर  वांछित कार्यवाही के लिए कुछ ऐसा लिखें।

has:attachment larger:10M

ऐसा करने से 10 MB से ज्यादा अटैचमेंट वाली ईमेल दिखने लगेगी। आप चाहें तो जरूरी Attachment download करके रख लें और ईमेल से उन्हें Delete कर दें। यह जरूर याद रखें कि Trash को खाली करना नहीं भूलें। 10M की जगह आप चाहें तो अन्य संख्या भी लिख सकते हैं। जितनी संख्या लिखेंगे उतनी MB वाली फाइलें आपके सामने प्रदर्शित होंगी।

एक तरीका और भी है। जीमेल को माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक में ऑटोमेटिक तरीके से इनस्टॉल कर लें और सेंड रिसीव शुरू कर दें। यह कार्य हो जाये तब आउटलुक में ईमेल को वर्णक्रमानुसार (alphabeticallyतरीके से व्यवस्थित कर लें और a b c d इत्यादि की ईमेल को देखकर बेकार की ईमेल Delete कर दें। साथ ही Trash भी खाली करें।

कंप्यूटर विशेषज्ञ श्री ओ. पी. अग्रवाल अपना अनुभव बताते हुए कहते हैं कि एक बार डेस्कटॉप पर भूल से उन्होंने खुद से खुद को भेजी गई ईमेल Sent फोल्डर से Delete कर दी थी, चूक होने पर उन्होंने तुरंत गूगल Sync को Off कर दिया और लैपटॉप में Gmail माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक में, जो पहले से Cofigure की हुई थी, उसे खोलकर सेंड रिसीव ऑफ कर अपनी ऐसी Sent ईमेल का एक नए फोल्डर में कॉपी कर बैकअप ले लिया था। इससे उनकी ईमेल खोने से बच गई।

अब बात करते हैं Google photos की

फोटोज गैलरी से  Sync होकर  Google Photos में जाती है। सेव करने के लिए दो quality में Photos को सेव किया जा सकता है:-

Original और High quality

By Default फ़ोटो हाई क्वालिटी में सेव होती हैं और यह कंप्रेस्ड होती है जिसके बजह से फिलहाल यह जगह नहीं घेरती है। अगर Google photos की भरी हुई स्पेस देखेंगे तो zero दिखेगी।

इसमें भी Trash होता है, जिसे समय समय पर खाली किया जा सकता है।

कुछ प्रयोक्ता अनजाने ही Google Photos की गैलरी में भरी हुई High quality की फोटो में से कुछ फोटोज डिलीट कर देते हैं।

ओरिजिनल क्वालिटी की फोटो जगह घेरती हैं, जिनको ऐसी सुविधा चाहिए वो सेटिंग्स में बदलाव कर सकते हैं। 

Google Photos संग्रहण नीति में महत्वपूर्ण अपडेट

1 जून, 2021 से, नए फ़ोटो, जो आप उच्च गुणवत्ता में बैकअप लेते हैं, आपके Google Account Storage के मुफ़्त 15 GB की गणना करेंगे, यानी 1 जून 2021 से High क़्वालिटी की फ़ोटो भी अब जगह घेरेंगी, जो कि अभी तक नहीं करती थी। हाँ 31 मई 2021 तक सहेजी गई high क्वालिटी की फ़ोटो जगह नहीं घेरेगी। इसके अलावा Automatic Sync भी नहीं होगा। यदि आप चाहते हैं कि आपकी फोटो Google Photos में उपलब्ध रहे तो आपको अब वो फ़ोटो upload करनी पड़ेगी। 

इसलिए अब आप Google फ़ोटो ऐप या वेबसाइट पर प्रत्येक डिवाइस पर बैकअप सेटिंग्स की जाँच करें जो यह देखने के लिए उपयोग करते हैं कि कौन से डिवाइस उच्च गुणवत्ता में बैकअप ले रहे हैं। यह परिवर्तन Pixel 5 और पुराने उपकरणों पर लागू नहीं होता है।

अब बात करते हैं Google Drive की

अपने Google Account के 15 GB Storage का विश्लेषण करने के लिए ब्राउज़र में one.google.com/storage लिखें। यहां फाइल्स साइज के अनुसार देख सकते हैं।


यहां तीनों जीमेल, फ़ोटो ओर ड्राइव की भरी जगह का पता चल जाता है ओर खाली करने के बारे में भी बताया जाता है। विश्लेषण के उपरांत आप चाहें तो यहां से Account Storage को Free up कर सकते हैं।


वैसे 
Google Drive में भी Trash होता है। Google Drive से अवांछित सामग्री को समय-समय पर हटाते रहना चाहिए। साथ ही Trash को भी खाली करना न भूलें।


इस तरह आप अपने Google Account के साथ मिली 15 GB Storage की क्षमता को मेंटेन कर सकते हैं।

इसके अलावा कंप्यूटर विशेषज्ञ श्री ओ. पी. अग्रवाल जी कुछ और ट्रिक्स भी बताते हैंः-

takeout.google.com  पर गूगल के काफी सारे प्रोडक्ट्स का बैकअप Zip फ़ाइल में लेने की सुविधा मिलती है। जिनका बैकअप लेना हो उन प्रोडक्ट के चेक बॉक्स को सेलेक्ट करे।

एक साथ सबका एक बड़ा बैकअप लेने की जगह ईमेल, फोटो, ड्राइव ओर कॉन्टेक्ट्स का अलग अलग बैकअप लें। 

अगर मोबाइल से कॉन्टेक्ट्स गूगल से Sync हैं तो contacts.google.com पर जाकर कॉन्टेक्ट्स को एक्सेल में एक्सपोर्ट करना न भूलें।

Takeout को Takeaway भी कहते हैं।

मोबाइल पर अगर अच्छा सा File Manager है तो वो इन तीनों की स्टोरेज का विश्लेषण भी कर देगा, बड़ी files भी बता देगा और डुप्लीकेट भी बता देगा।

नया Gmail Account बनाकर भी बड़ी फाइलों को सुरक्षित किया जा सकता है। इसके लिए अपनी पुरानी जीमेल से rules बनाकर जरूरी ईमेल नए एकाउंट पर भेजी जा सकती है। एक ड्राइव से दूसरे ड्राइव पर फाइल शेयर करने या भेजने की सुविधा भी मिलती है।

इसका प्रयोग आप स्वयं करके देखिए और यदि अच्छा लगे तो अपने अन्य मित्रो को शेयर करे और अपनी टिप्पणी अवश्य दें।


गुरुवार, 20 अगस्त 2020

बोलकर टाइप करें Voice Typing

वह समय गया, जब हमें टाइपिंग स्कूल में जाकर हिंदी या अंग्रेजी टाइप मशीन पर टाइपिंग सीखनी पड़ती थी और ऑफिस में टाइप मशीन पर खट-खट करते हुए सुबह से शाम तक टाइप करना पड़ता था। अब तकनीक के बढ़ते हुए प्रभाव ने कई चीजों को प्रभावित कर दिया है। इसी में टाइपिंग कार्य भी शामिल है। कंप्यूटीकरण ने जहां हमें टाइपमशीन से निजात दिलाई, वहीं आधुनिक तकनीक ने हाथ से टाइपिंग से निजात दिला दिया है। अब हम बोलकर भी टाइप कर सकते हैं। इसके बारे में कुछ वर्ष पहले तक सोचा भी नहीं जा सकता था।


गूगल ने हमें बोलकर हिंदी टाइप करने की सुविधा प्रदान कर दी है। अब हमें उपर्युक्त टाइपिंग की-बोर्ड के माध्यम से टाइप करने की आवश्यकता नहीं है। सिर्फ बोलिए और टाइप सामग्री आपके सामने हाजिर। परन्तु यह सुविधा ऑनलाइन उपलब्ध है। इसके लिए डेस्कटॉप या लैपटॉप, माइक्रोफोन, जीमेल अकाउंट होना चाहिए। जीमेल में लॉग-इन करने के बाद लॉग-इन आइकन के पास उपलब्ध नौ डॉट पर क्लिक करें। यह सुविधा गूगल क्रोम ब्राउजर पर ही उपलब्ध है।

उसके बाद Docs पर क्लिक करें।

इसमें आपको कुछ टैम्प्लेट मिलेंगे। 
आप चाहें तो उन टैम्प्लेट का उपयोग कर सकते हैं, नहीं तो + चिह्न वाले ब्लैंक शीट पर क्लिक करें।


इसके बाद Tools मीनू में जाकर Voice typing पर क्लिक करना है।


जैसे  ही Voice typing पर क्लिक करेंगे बायीं ओर माइक्रोफोन का आइकन बन जाएगा और उसमें ऊपर English (US) लिखा होगा। उस पर क्लिक करने से भाषा संबंधी एक मीनू खुलेगा। उसमें हिंदी का चयन कर लीजिए। इसके बाद हिंदी में बोलकर टाइप किया जा सकता है।


इसके अलावा गूगल क्रोम ब्राउजर पर उपलब्ध इन साइट पर भी बिना जीमेल अकाउंट से साइन इन किए हिंदी में बोल कर टाइप किया जा सकता हैः-








यह लेख कैसा लगा, जरूर बताइएगा।

इस पेज को साझा करें Share this Page link